इंडियन आर्मी जिंदाबाद, जवानों ने पाकिस्तान से ले लिया शहादत का बदला
इंडियन आर्मी के जवानों ने दो दिन के भीतर ही अपने चार साथियों की शहादत का बदला ले लिया। भारतीय फौज की कार्रवाई से पाकिस्तान बिलबिला उठा है।
New Delhi Dec 26 : अभी शनिवार की ही बात है जब पाकिस्तान आर्मी के जवानों ने राजौरी के केरी सेक्टर में इंडियन आर्मी के गश्ती दल पर छिपकर वार कर दिया था। पाकिस्तान की ओर से हुए इस अप्रत्याशित हमले में भारतीय सेना के मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए थे। उसी दिन इंडियन आर्मी ने एलान कर दिया था कि पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी होगी। इस घटना के अभी दो दिन ही गुजरे थे कि सेना के जवानों ने अपने साथियों की शहादत का बदला ले लिया। नियंत्रण रेखा पर भारतीय जवानों ने पाकिस्तान सेना की कई अग्रिम चौकियों को नेस्तनाबूत कर दिया। इसके साथ ही तीन स्नाइपर को भी मार गिराया, जबकि तीन से चार जवान बुरी तरह जख्मी बताए जा रहे हैं। घायल पाकिस्तानी जवानों की हालत अभी खतरे से बाहर नहीं हैं।
इंडियन आर्मी के इस करारे जवाब से पाकिस्तान बिलबिला उठा है। सेना की इस कार्रवाई पर पाकिस्तानी फौज ने प्रतिक्रिया दी है। पाक आर्मी की आधिकारिक बेबसाइट आईएसपीआर के मुताबिक, उसके तीन जवानों की मौत इंडियन आर्मी के सीजफायर वॉयलेशन की वजह से हुई है। हालांकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। भारतीय सेना का कहना है कि नियंत्रण रेखा पर सिर्फ उन्हीं जगहों पर कार्रवाई की गई जहां संदिग्ध गतिविधियां दिखीं। एलओसी पर हो रही हरकत के बाद ही भारतीय सेना के जवानों ने फायरिंग की। वहीं पाकिस्तानी सेना कह रही है कि भारत ने बिना किसी उकसावे के रावलकोट सेक्टर के रखचिकरी में सीजफायर का उल्लंघन किया। इसी वजह से उसके तीन जवान मारे गए जबकि तीन बुरी तरह जख्मी हैं।
इतना ही नहीं इंडियन आर्मी के जवानों ने रविवार को भी पाकिस्तान के एक जवान को मार गिराया था। यानी दो दिनों में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के चार जवानों को मार गिराया। इस तरह सेना के जवानों ने अपने चारों साथियों की शहादत का बदला ले लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस वक्त राजौरी के अलावा पुंछ सेक्टर, बालाकोट सेक्टर में रुक-रुककर फायरिंग हो रही है। उधर, पाकिस्तान की 648 मुजाहिद रेजीमेंट ने शाहपुर कस्बे में रिहायशी इलाकों को अपना निशाना बनाया। आर्मी से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल पाकिस्तानी सेना की ओर से अब तक 771 बार सीजफायर वॉयलेशन किया जा चुका है। जबकि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 110 युद्ध विराम को तोड़ा गया।
दरसअल, नियंत्रण रेखा से सटे पाक अधिकृत कश्मीर में कई जगहों पर आतंकियों के लांचिंग पैड हैं। ये लांचिंग पैड पाक आर्मी की अग्रिम चौकियों के पास बनाए जाते हैं ताकि आतंकवादियों की घुसपैठ में पाक आर्मी उन्हें पूरी मदद कर सके। इन आतंकियों की घुसपैठ के लिए पाक आर्मी अकसर एलओसी पर इन्हें कवर फायर देती है। ताकि इंडियन आर्मी के जवानों का ध्यान भटकाया जा सके और आतंकी कश्मीर की दहलीज में दाखिल हो सकें। लेकिन, बार्डर पर मुस्तैद भारतीय सेना के जवान अपनी जान को जोखिम में डालकर भी देश की हिफाजत करते हैं और बार्डर पर आतंकियों की गतिविधि दिखते ही उन्हें मार गिराया जाता है। आर्मी चीफ भी कह चुके हैं कि पाकिस्तान से घुसपैठ नहीं रूकेगी। वो आतंकी भेजते रहेंगे और हमारे जवान उन्हें रिसीव कर दो गज जमीन के नीचे भेजते रहेंगे।