साल के अंत में भी आतंक : पुलवामा में CRPF कैंप पर फिदायीन हमला, दो जवान शहीद
पाकिस्तानी आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। साल के आखिरी दिन आतंकवादियों ने पुलवामा में CRPF के कैंप पर हमला बोल दिया।
New Delhi Dec 31: पाकिस्तानी आतंकवादियों ने नए साल के जश्न में खलल डालने की कोशिश की है। साल के आखिरी दिन आतंकवादियों ने कश्मीर में CRPF के ट्रेनिंग कैंप को अपना निशाना बनाया और हमला कर दिया। आतंकवादियों ने ये हमला लैथापोरा CRPF ट्रेनिंग कैंप पर किया। इस आतंकी हमले में CRPF के दो जवान शहीद हो गए। जबकि तीन जवान बुरी तरह जख्मी हो गए। सीआरपीएफ कैंप में घिसे आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों के जवानों ने आतंकवादियों को चारों ओर से घेर लिया है। रुक-रुककर फायरिंग की आवाजें आ रही हैं। सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने वाले आतंकियों की संख्या तीन बताई जा रही है। माना जा रहा है कि ये फिदायीन हमला है।
आतंकवादियों ने CRPF के जिस ट्रेनिंग कैंप को अपना निशाना बनाया वो चार मंजिला है। जानकारी के मुताबिक आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप के चौथे माले पर मौजूद हैं। जहां से वो फायरिंग कर रहे हैं। सीआरपीएफ के ट्रेनिंग कैंप की इसी बिल्डिंग में एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक और कंट्रोल रूम भी है। CRPF कैंप पर हुए इस हमले को सुरक्षा में बड़ी चूक भी माना जा रहा है। वो भी तब जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस सेंटर पर हमले की स्पेसिफिक जानकारी दी थी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या खुफिया विभाग और कश्मीर पुलिस की चेतावनी को हल्के में लिया गया या फिर उसे नजरअंदाज किया गया। जिसकी वजह से ये घटना हुई। बहरहाल, बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ में इस वक्त तीन आतंकी घुसे हुए हैं।
जैश-ए-मोहम्मद के इन तीनों फिदायीन हमलावरों ने इस हमले को रात करीब सवा दो बजे अंजाम दिया। सीआरपीएफ का ये कैंप 185 बटालियन का मुख्यालय है। कैंप में दाखिल होते ही आतंकियों ने ग्रेनेड फेंकने शुरु कर दिए। इसके बाद अंधाधुंध फायरिंग की गई। इस CRPF कैंप में मुठभेड़ चल रही थी उसी दौरान जैश-ए-मोहम्मद ने कश्मीर के स्थानीय मीडिया के लोगों के व्हाट्सअप पर मैसेज कर हमले की जिम्मेदारी लेनी शुरु कर दी। जैश-ए-मोहम्मद का कहना है कि उसने ये हमला अपने कमांडर नूूर त्राली की मौत का बदला लेने के लिए किया है। अभी हाल ही में सुरक्षाबलों ने कश्मीर के सबसे छोटे कद के आतंकी नूर त्राली को एनकाउंटर में मार गिराया था। नूर त्राली कई आतंकी हमलों में शामिल था। जिसका कद सिर्फ तीन फुट का था।
CRPF के जिस कैंप पर आतंकी हमला किया गया है। उसमें कुल तीन ब्लॉक हैं। बिल्डिंग के पहले ब्लॉक में अफसरों के आवासीय परिसर है। जबकि दूसरे ब्लॉक में आफिसेस हैं। तीसरे ब्लॉक में सिंग्नल सेंटर, कंट्रोल रुम, स्टोर और अस्पताल है। आतंकियों ने इसी ब्लॉक को टारगेट किया। ऐसे में सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या आतंकवादियों को ट्रेनिंग कैंप के भीतर की पूरी जानकारी थी। अगर जानकारी सटीक थी कि उन्हें ये सूचना मिली कहां से। बहरहाल, इन सारी बातों का खुलासा तो जांच के बाद ही हो सकेगा। इस वक्त सुरक्षाबलों की प्राथमिकता आतंकियों को मार कर नुकसान को कम करने की है। बहरहाल सीआरपीएफ कैंप में इस वक्त मुठभेड़ जारी है। जो कब खत्म होगी कह पाना बेहद मुश्किल है।