AAP ने गुप्ता को राज्यसभा पहुंचाया, अब नए ‘गुप्ता’ बचाएंगे केजरीवाल को

चुनावी चंदे के फेर में फंसी AAP के लिए नई मुश्किल खड़ी हो गई है, इस मुश्किल से निकालने पार्टी के राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता मदद कर सकते हैं।

New Delhi, Jan 10: आम आदमी पार्टी शायद आ बैल मुझे मार वाली कहावत पर काम करती है, जिस मामले में विवाद की कोई गुंजाइश नहीं होती है वहां भी जमकर बखेड़ा खड़ा हो जाता है, आंदोलन और हंगामे से निकली पार्टी भले ही सत्ता में हैं, लेकिन पार्टी के अंदर हंगामा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ईमानदारी का सर्टिफिकेट लेकर राजनीति में आए केजरीवाल को शायद ये अंदाजा हो रहा होगा कि काजल की कोठरी में घुसने के बाद कोई भी बेदाग नहीं रह पाता है। राजनीति काजल की वही कोठरी है, जिस के अंदर आने के बाद आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के दामन पर भी दाग लग गए हैं। एक नहीं कई दाग लगे हैं, AAP चाहें तो कह सकते हैं कि दाग अच्छे हैं।

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आम आदमी पार्टी पर सबसे पहले चुनावी चंदे को लेकर सवाल उठाया गया, ईमानदारी की दुहाई देने वाली पार्टी से उम्मीद की जा रही थी कि वो अपने पाई पाई के चंदे का हिसाब देगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सीबीडीटी ने आप के चुनावी चंदे को संदिग्ध पाया है, और इसी के साथ केजरीवाल एंड पार्टी के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है, ये वाली कुमार विश्वास से भी बड़ी है। दरअसल सीबीडीटी के मुखिया ने मुख्य चुनाव आयुक्त को चिट्ठी लिख कर कहा है कि AAP के चुनावी चंदे में कुछ तो संदिग्ध है, आप ने जितना चंदा आयोग को बताया और हकीकत में जितना चंदा मिला है उस में बहुत अंतर है। अब ये अंतर आम आदमी पार्टी को मुसीबत में डाल सकता है,

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यहां पर आपको बता दें कि पिछले साल आईटी विभाग ने आम आदमी पार्टी को नोटिस जारी किया था, इस में कहा था कि AAP को कुल 68.5 करोड़ का चंदा मिला है, इस पर 32 करोड़ का टैक्स बनता है. इस पर आप की तरफ से जवाब दिया गया कि ये केंद्र सरकार के इशारे पर हो रहा है. मोदी चाहते ही नहीं है कि आम आदमी पार्टी सलामत रहे। ये और बात है कि आप की तरफ से चंदे को लेकर कुछ नहीं कहा गया। आईटी विभाग के इसी नोटिस पर सीबीडीटी ने जांच की और उस जांच को चुनाव आयोग को भेज दिया। इस जांच के मुताबिक आप को चंदा दने वाले साढ़े 4 सौ लोग ऐसे हैं जिन्होंने आप को 20 हजार से ज्यादा की रकम दान की। इस के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. साथ ही हवाला का भी जिक्र किया गया है।

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चंदा और आप ये मामला काफी दिनों से घूम रहा है, इस बार भी केजरीवाल और उनकी पार्टी केंद्र सरकार पर आरोप लगा देंगे, कोर्ट में जाने की बात करेंगे, मगर अब यक्ष प्रश्न ये है कि क्या चंदे को लेकर पार्टी पर कसेत फंदे से निपटने के लिए एनडी गुप्ता को राज्यसभा भेजा गया है, ये तो सभी को पता है कि एनडी गुप्ता बड़े वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. वो बही खाता दुरुस्त करने में माहिर होंगे ही. तो क्या राज्यसभा के उपकार के बदले एनडी गुप्ता केजरीवाल की मदद इस मामले में करेंगे। सोशल मीडिया पर तो इस को लेकर चर्चाएं गर्म हैं, कहा जा रहा है कि पार्टी के नए नवेले गुप्ता जी आप को चुनावी चंदे कि किचकिच से आजाद करवाएंगे। जो भी हो पार्टी ने राज्यसभा भेजा है तो गुप्ता जी के अंदर कुछ तो देखा होगा, जो भविष्य में उनके काम आ सकता हो।