सेना के ‘हवन कुंड’ में झुलसेंगे पाकिस्‍तानी आतंकी, ऑपरेशन ‘आतंकियों की आहूति’ तैयार

आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कश्‍मीर में अपनी रणनीति बदल दी है। पाकिस्‍तानी आतंकियों से निपटने के लिए खास ऑपरेशन तैयार किया गया है।

New Delhi Jan 13 : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कसम खा रखी है कि वो कश्‍मीर से आतंकवाद का सफाया करने के बाद ही दम लेंगे। भारतीय सेना ने भी पाकिस्‍तानी आतंकियों के खात्‍मे के लिए हवनकुंड तैयार कर दिया है। बस इसमें आतंकियों की आहूति दिए जाने की देर है। दरअसल आर्मी चीफ बिपिन रावत को भी पता है कि पाकिस्‍तान इतनी आसानी से ना तो सुधरने वाला है और ना ही मानने वाला। वो कश्‍मीर में गड़बड़ी फैलाने के लिए पाकिस्‍तानी आतंकियों की घुसपैठ कराता रहेगा और इंडियन आर्मी उन्‍हें मारती रहेगी। लेकिन, ये सिलसिला थमेगा नहीं। इस बात का इल्‍म बिपिन रावत को भी है। इसलिए उन्‍होंने कश्‍मीर में फौज की रणनीति में थोड़ा बदलाव कर दिया है। खासतौर पर पाकिस्‍तानी आतंकियों की घुसपैठ को लेकर। आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कश्‍मीर में ऑपरेशन ‘आतंकियों की आहूति’ शुरु करने की योजना बनाई है।

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या कहें ऑपरेशन ‘आतंकियों की आहूति’ पर भारतीय सेना के जवानों ने काम करना भी शुरु कर दिया है। दरअसल, अभी कल की ही बात है, जब आर्मी चीफ बिपिन रावत मीडिया से मुखातिब हुए थे। उन्‍होंने माना कि तमाम कोशिशों के बाद भी कश्‍मीर में आतंकवादियों की संख्‍या और आतंकवाद की घटनाओं में बहुत कमी नहीं आई है। बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद से लगातार कश्‍मीर के हालात बिगड़ते ही चले गए। खासतौर पर साउथ कश्‍मीर के। आर्मी चीफ मानते हैं कि जब आतंकियों से एनकाउंटर रिहायशी इलाकों में होता है तो हमारी फौज को मानवाधिकारों का भी ध्‍यान रखना होता है। ऐसे में हमारी कैसुअल्‍टीस ज्‍यादा होती है। हमारा सैनिक जान जोखिम में डालकर भी आम नागरिक को बचाने की कोशिश करता है। जबकि डरे हुए आतंकियों का मकसद सिर्फ गोली चलना और भागना होता है। उसे कुछ नहीं दिखता।

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आर्मी चीफ बिपिन रावत कहते हैं कि इस तरह से पाकिस्‍तान आतंकियों को भेजता रहेगा और हम उन्‍हें मारते रहेंगे। हम जितने आतंकी मारेंगे वो उतने फिर से भेज देगा। पाकिस्‍तानी आतंकियों की इस रणनीति से निपटने के लिए ही आर्मी ने अब ऑपरेशन ‘आतंकियों की आहूति’ शुरु कर दिया है। ऑपरेशन ‘आतंकियों की आहूति’ में इंडियन आर्मी के जवान LoC और इंटरनेशन बॉर्डर पर पाकिस्‍तान की उन चौकियों की पहचान कर उन्‍हें निशाना बनाएंगे जहां से आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश की जाती है या फिर उन्‍हें मदद मुहैया कराई जाती है। दरसअल, LoC पर कई ऐसे सेक्‍टर हैं जहां पर पाक अधिकृत कश्‍मीर में पाकिस्‍तानी चौकियों के पास ही आतंकियों के लांचिंग पैड बने हुए हैं। यहां पर हमेशा बड़ी तादाद में आतंकी मौजूद रहे हैं। जो हर वक्‍त घुसपैठ की फिराक में रहते हैं। इन्‍हें पाक आर्मी का पूरा सपोर्ट हासिल रहता है।

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आर्मी के ऑपरेशन ‘आतंकियों की आहूति’ में अब से इन्‍हीं पाकिस्‍तानी पोस्‍ट पर फोकस किया जाएगा। ताकि पाकिस्‍तानी आतंकियों के घुसपैठ के रास्‍ते को ही खत्‍म किया जा सके। हालांकि ऐसा नहीं है कि इस ऑपरेशन के बाद कश्‍मीर के भीतर होने वाले ऑपरेशन्‍स को रोक दिया जाएगा। वो पहले की तरह चलते रहेंगे। बस फोकस एलओसी पर ज्‍यादा बढ़ा दिया जाएगा। ताकि घाटी के भीतर होने वाले एनकाउंटर में मानवाधिकारों का पेंच ना फंस सके और पाकिस्‍तान के धुएं उड़ाए जा सकें। दरसअल, पाकिस्‍तान आर्मी अपने यहां के आतंकियों की कश्‍मीर में दो तीन तरह से घुसपैठ कराने की कोशिश करती है। एक तो पाकिस्‍तानी आतंकी नदी-नालों के जरिए घाटी में दखिल होते हैं। दूसरे एलओसी पर चकमा देकर घुसपैठ करने की कोशिश की जाती है। जिसमें इंडियन आर्मी के जवानों का ध्‍यान भटकाने के लिए पाक आर्मी उन्‍हें कवर फायर देती है। लेकिन, अब आतंकियों को कवर फायर नहीं बल्कि आहूति दी जाएगी।