पाकिस्तान का दुश्मन बना ‘’दोस्त चीन’’, दावों का दम निकल गया

जिस चीन को लेकर पाकिस्तान दम भर रहा था, अब उसी पाक पर चीन की मार पड़ने वाली है। बताया जा रहा है कि दोनों मुल्कों के बीच गहरे मतभेद पैदा हो गए हैं।

New Delhi, Jan 13: पाकिस्तान अब तक चीन की दोस्ती के राग गा अलाप रहा था। लेकिन अब लग रहा है कि दोनों मुल्कों के बीच गहरे मतभेद शुरू हो गए हैं। ये सब कुछ चीन और पाक की महत्वाकांक्षी परियोजना CPEC यानी चीन-पाक इकॉनमिक कॉरिडोर की वजह से हो रहा है। बताया जा रहा है कि चीन की मनमानी की वजह से कभी भी पाक को बड़ी लात पड़ सकती है। ‘द डिप्लोमैट’ द्वारा हाल ही में एक लेख प्रकाशित किया गया है। इस लेक में इस CPEC परियोजना को लेकर बहुत कुछ लिखा गया है। 60 अरब डॉलर की इस परियोजना को लेकर लिखा गया है कि इसमें कई सवाल खड़े हो रहे हैं और इस वजह से दोनों ही मुल्कों के बीच दरार पनप रही है।

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ये मतभेद आर्थिक, सुरक्षा और क्षमता के मुद्दों को लेकर हैं। कहा गया था कि इस प्रोजक्ट को लेकर दोनों देशों के बीच कई बार गुस्सा जाहिर किया गया है। पाक के जानकारों का कहना है कि चीन सिर्फ अपना हित साध रहा है और इस वजह से आने वाले वकत् में पाक बेहद खतरनाक कर्जे में डूब सकता है। चीन की ओर से कड़ी आर्थिक और सुरक्षा शर्तें लगाई गई हैं। इस वजह से पा पर गहरा संकट मंडरा सकता है। पाक के लोगों का मानना है कि चीन अपने हितों को साधने के लिए अपनी शर्तों को मनवा रहा है। इस बीच पाक के हित नजरअंदाज किए जा रहे हैं। खबर तो यहां तक भी है कि पाक में जल्द ही जनता सड़कों पर उतर सकती है।

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बलूचिस्तान में पहले से ही चीन की मनमानियों को लेकर आंदोलन शुरू हो गया है। ऐसे में चीन और पाक के बीच एक गहरी दरार बन रही है। द डिप्लौमेट के लेखर उमैर जमाल ने कुछ खास बातें बताई हैं। उन्होंने चेताया कि ‘इस्लामाबाद का उभरता आर्थिक मॉडल काफी हद तक चीन पर ही निर्भर कर रहा है। बीते सालों में कई बार पाक आर्थिक संकट में घिर चुका है और इसके लिए चीन से मदद मांगी है। अगर पाक और भई आर्थिक मदद लेता है तो भयंकर कर्ज में डूब जाएगा। इसके साथ ही लिखा गया है कि चीन की तरफ से आर्थिक मोर्चे पर इसी तरह आक्रामक रुख बरकरार रहेगा और इस वजह से पाक को आने वाले वक्त में कई और परेशानियों का कामना करना पड़ेगा।

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लेख में साफ तौर पर कहा गया है कि पाक एक बड़े आर्थिक संकट में डूबने वाला है। आर्थिक नीतियों और पारदर्शिता में कमी के चलते पाकिस्तान की पूरी इकॉनमी ध्वस्त हो सकती है। चीन को इस बात की कोई फिक्र नहीं है, वो लगातार अपने कामों को अंजाम दे रहा है। इस वजह से पाक में कई जगह अब दबी आवाज खुलकर सामने आने लगी है। पाक में कई जगह सरकार के खिलाफ खुला विरोध हो रहा है कि वो अपने हितों को साधने के लिए पाक को बर्बाद कर रही है। यहां तक कि सरकार में मौजूद कई सांसद भी सरकार का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में पाक के हुक्मरानों को सोचना होगा कि आगे क्या करना है।