LoC पर पाक की गोली का जवाब गोले से, इंडियन आर्मी ने 6 महीने में मारे 832 पाकिस्तानी

पाकिस्‍तान की फौज आए दिन LoC पर सीजफायर का उल्‍लंघन करती है। लेकिन, इंडियन आर्मी भी उसकी हर गोली का जवाब गोले से देती है।

New Delhi Jan 16 : LoC पर पाकिस्‍तान को अपनी हर गोली की भारी कीमत चुकानी पड़ी है। ये बात दीगर है कि वो फिर भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। आए दिन LoC पर पाकिस्‍तान की ओर से सीजफायर का उल्‍लंघन किया जाता है। लेकिन, पाक आर्मी की हर गोली का जवाब इंडियन आर्मी गोले से देती है। एक साल के भीतर पाक आर्मी के सीजफायर के उल्‍लंघन के जवाब में 832 पाकिस्‍तानी मारे जा चुके हैं। मरने वालों में ज्‍यादातर पाक आर्मी के ही जवान हैं। अभी सोमवार को भी इंडियन आर्मी ने पा‍क अधिकृत कश्‍मीर में घुसकर सात पाकिस्‍तानी फौजियों को मार गिराया था। इसके बाद ही पाकिस्‍तान की ओर से ये आंकड़ा जारी किया है। जिसमें पाकिस्‍तान ने ही उल्‍टे ही इंडियन आर्मी पर सीजफायर वॉयलेशन का आरोप मढ़ा है। जबकि पूरी दुनिया जानती है कि इंडियन आर्मी कितनी प्रोफेशनल है। वो कभी भी अपनी ओर से नियमों का उल्‍लंघन नहीं करती। लेकिन, गोली चलने पर जवाब देने में भी पीछे नहीं रहती है।

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पाकिस्‍तान डिजास्‍टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के डायरेक्‍टर जनरल जहीरुद्दीन कुरैशी की ओर से जारी आंकड़ों में ये दावा किया है कि इंडियन आर्मी ने साल 2017 के शुरुआती छह महीने में कई बार सीजफायर का उल्‍लंघन किया। जिसमें 832 पाकिस्‍तानियों की जान गई। जबकि तीन हजार लोग जख्‍मी हुए। पाकिस्‍तान डिजास्‍टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक इंडियन आर्मी की फायरिंग में बार्डर पर बने 3300 घरों को नुकसान पहुंचा। हालांकि पाकिस्‍तान ने इन आंकड़ों को अपने हिसाब से पेश किया है। जबकि इंडियन आर्मी का कहना है कि सीजफायर का उल्‍लंघन हर बार पाकिस्‍तान की ओर से ही किया गया। हां ये जरूर है कि उसके हर सीजफायर उल्‍लंघन का करारा जवाब पाकिस्‍तान को जरुर दिया गया है। ये बात खुद आर्मी चीफ बिपिन रावत भी कह चुके हैं। बिपिन रावत का कहना है कि हमारी फौज पाकिस्‍तान की हर हरकत का माकूल जवाब देने के लिए हर वक्‍त तैयार रहती है।

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अब अभी सोमवार ही बात ले लीजिए। सोमवार को पहले पाकिस्‍तान आर्मी ने जैश-ए-मोहम्‍मद के छह आतंकियों को उरी सेक्‍टर में घुसपैठ कराने की कोशिश की। लेकिन, घुसपैठ करते ही उरी के दुलांजा में सुरक्षाबलों के जवानों ने जैश-ए-मोहम्‍मद के इन आतंकियों को घेर लिया था। एनकाउंटर में सभी छह आतंकी मारे गए थे। जिनके पास से भारी मात्रा में गोला बारुद भी बरामद किया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्‍तान आर्मी जैश-ए-मोहम्‍मद के इन फिदायीन हमलावरों की मदद से कश्‍मीर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थी। लेकिन, वक्‍त रहते ही सभी आतंकियों को ढेर कर दिया गया। इसके बाद इंडियन आर्मी के जवानों ने LoC पर भी पाकिस्‍तानी सैनिकों के खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम दिया। पहले पाकिस्‍तान के झंडरोट सेक्‍टर से सीजफायर का उल्‍लंघन किया गया। पाक जवानों ने मोर्टार दागे।

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इसके बाद इंडियन आर्मी के जवानों ने भी अपनी बंदूकों का मुंह पाकिस्‍तान की ओर से कर दिया। पाक अधिकृत कश्‍मीर के झंडरोट सेक्‍टर में गोलियां भर दी। इस जवाबी कार्रवाई में सात पाकिस्‍तानी रेंजर्स मारे गए। जिसमें एक पाकिस्‍तानी सेना का बिग्रेडियर भी शामिल है। हालांकि पा‍क ने सिर्फ चार सैनिकों के ही मारे जाने की पुष्टि की। पाकिस्‍तान डिजास्‍टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने भी जिन पाकिस्‍तानियों की मौत के आंकड़े पेश किए हैं उसमें ये नहीं बताया है कि 832 में कितने पाकिस्‍तानी नागरिक हैं और कितने पाक आर्मी के जवान। दरअसल, अपने जवानों की मौत के जिस आंकड़े को पाकिस्‍तान डिफेंस छुपाता है पाकिस्‍तान डिजास्‍टर मैनेजमेंट अथॉरिटी उसे नागरिकों में तब्‍दील कर पेश कर देती है। ताकि इंडियन आर्मी को बदनाम किया जा सके। जबकि हकीकत ये है कि इंडियन आर्मी हमेशा पाकिस्‍तान के खिलाफ सिलेक्टिव कार्रवाई करती है। भारतीय फौज की पूरी कोशिश रहती है कि उसकी कार्रवाई में पाकिस्‍तान के आम नागरिकों को कोई नुकसान ना पहुंचे। लेकिन, हरकत पर उतारू पाकिस्‍तानी फौज को करारा जवाब जरूर मिले।