दावोस में दिखेगा मोदी का ‘दम’, ‘नमो मंत्र’ पर टिकी दुनिया की निगाहें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस के लिए रवाना हो चुके हैं। वो यहां वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में हिस्सा लेंगे। दो दशक बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री यहां पहुंच रहा है।
New Delhi Jan 22 : एचडी देवगोड़ा जब देश के प्रधानमंत्री हुआ करते थे उस वक्त उन्होंने दावोस में होने वाला सालाना सम्मेलन वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में हिस्सा लिया था। उसके बाद कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने नहीं पहुंचा। लेकिन, अब करीब दो दशक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत से दावोस के लिए रवाना हो चुके हैं। उनके साथ छह केंद्रीय मंत्री भी गए हैं। इस वक्त पूरे देश की निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावोस में मिलने वाले मोदी मंत्र पर टिकी हुई हैं। माना जा रहा है कि मोदी यहां पर भारतीय इकनॉमिक का दमखम दिखाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार की रात को दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों के सीईओ को हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था और नीतिया की जानकारी देंगे। मोदी इन लोगों को विकास की संभावनाओं के बारे में भी बताएंगे।
दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनियाभर की बड़ी कंपनियों के सीईओं को राउंड टेबल डिनर भी देंगे। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार दोहपर बाद स्विस स्कीइंग रिजॉर्ट पहुंचेंगे। उनका ये दौरा 24 घंटे का है। जो काफी व्यस्त और महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस दौरे के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। इस दौरान वो भारतीय और विदेशी कंपनियों के प्रमुखों से भी चर्चा करेंगे। दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने के लिए मोदी के साथ-साथ छह और केंद्रीय मंत्री भी गए हैं। जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली के अलावा सुरेश प्रभु, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, एमजे अकबर और जितेंद्र सिंह शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन बड़ी कंपनियों के सीईओ के लिए प्राइवेट डिनर का आयोजन किया है वो इंटरकॉन्टिनेंटल में होगा। जिसमें 125 लोग शामिल होंगे।
बताया जा रहा है कि वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा जोर हेल्थकेयर, मैन्युफैक्चरिंग, रिन्यूएबल एनर्जी, ई-कॉमर्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों पर जोर रहेगा। इसके अलावा मानव संसाधन पर भी उनका पूरा फोकस रहेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिनर में पेप्सिको की सीईओ इंद्रा नूयी और माइक्रोसॉफ्ट के सत्य नडेला जैसे लोग शिकरत कर सकते हैं। सिर्फ यही नहीं बल्कि दुनिया भर की सभी जानी मानी कंपनियों के सीईओ यहां नजर आएंगे। प्रधानमंत्री दोवास में अपने विदेशी मेहमानों को भारतीय व्यंजन परोसवाएंगे। डिनर तैयार करने की जिम्मेदारी ताज ग्रुप के शेफ्स को सौंपी गई है। भारत की बड़ी कंपनियों के सीईओ भी वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में आयोजित पीएम के डिनर में शिकरत करेंगे। भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल में करीब सौ लोग शामिल होंगे।
इनमें मुकेश अंबानी, राहुल बजाज, अजीम प्रेमी, एन चंद्रशेखरन, सुनील मित्तल, सज्जन जिंदल, गौतम अडानी, बाबा कल्याणी, पवन मुंजाल, आनंद महिंद्रा, हरि भरतिया, उदय कोटक और चंदा कोचर जैसे नाम शामिल हैं। पूरी दुनिया की निगाहें दोवास के वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम पर टिकी हुईं हैं। माना जा रहा है कि ये सम्मेलन भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाएगा। इस कार्यक्रम का समापन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के साथ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि दुनिया के नेता मौजूदा वैश्विक प्रणालियों के समक्ष वर्तमान और नई उभर रही चुनौतियों पर गंभीरता से ध्यान दें। दावोस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने कई ट्वीट भी किए। जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘‘दावोस में मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के भविष्य के संबंधों के बारे में अपनी राय रखूंगा।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें वहां स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बेरसेट और स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ द्विपक्षीय बैठक का इंतजार है।