पद्मावत : ओवैसी ने डाला आग में घी, पूछा कहा है मोदी का 56 इंच का सीना ?

पद्मावत के विवाद में मुसलमानों के विवादित नेता असदुद्दीन ओवैसी भी कूद पड़े हैं। उन्‍होंने इस फिल्‍म के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।

New Delhi Jan 25 : देश के कुछ नेता हमेशा सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। इसके लिए वो कुछ भी कहने और करने को तैयार रहते हैं। ऐसे लोगों की खास बात ये है कि ये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने की कोशिश करते हैं। इन नेताओं का शायद ये मानना है कि अगर हर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम खींचा जाए तो मुद्दे को सुर्खी मिले या ना मिले इन्‍हें जरुर सुर्खियां बंटोरने का मौका मिल जाएगा। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का नाम भी ऐसे ही नेताओं में गिना जाता है। ओवैसी ने फिल्‍म पद्मावत के सहारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर हमला करने की कोशिश की है। ओवैसी का कहना है कि इस वक्‍त देश में जो कुछ भी हो रहा है वो कुछ और नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी की पकौड़ा पालिटिक्‍स है।

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फिल्‍म पद्मावत को लेकर चल रहे करणी सेना के विरोध प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी ने करणी सेना के प्रदर्शनकारियों के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है। इतना ही नहीं ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वो कहते हैं कि मेरी छाती 56 इंच की है। ओवैसी का कहना है कि फिल्‍म पद्मावत पर करणी सेना के उग्र विरोध के बाद साबित हो गया है कि मोदी की 56 इंच की छाती सिर्फ मुसलमानों के लिए ही है। बेशक फिल्‍म पद्मावत को लेकर असदुद्दीन ओवैसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वार कर रहे हों लेकिन, हकीकत ये है कि वो खुद भी इस फिल्‍म के खिलाफ हैं। वो कह चुके हैं कि बकवास बता चुके हैं। ओवैसी ने मुसलमानों ने अपील की थी कि वो संजय लीला भंसाली की इस विवादित फिल्‍म को ना देखें क्‍योंकि ये फिल्‍म मनहूस और गलीच है।

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अभी हाल ही में मुंबई में ओवैसी ने कहा था कि मुसलमान इस फिल्‍म को देखकर अपना वक्‍त बरबाद ना करें। उनका कहना है कि अगर कोई मुस्लिम इस फिल्‍म को देखेगा तो अपना पैसा और वक्‍त दोनों ही बरबाद करेगा। उन्‍होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 सदस्यों का पैनल बकवास फिल्म के रिव्यू के लिए गठित किया, जिसने कई दृश्य हटवाए गए। उनका कहना है कि ये कहानी मलिक मोहम्‍मद जायसी ने 1540 में लिखी थी। लेकिन, इसके साथ ही उनका कहना था कि इसका कोई भी ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है। ओवैसी का कहना था कि इन सब के बाद भी सरकार उपन्यास पर आधारित फिल्म पद्मावत को दिखाने में काफी दिलचस्‍पी दिखा रही है। यानी जो व्‍यक्ति कल तक खुद इस फिल्‍म के विरोध में खड़ा था आज वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछ रहा है कि उनकी 56 इंच की छाती कहां है। वहीं दूसरी ओर लोगों का कहना है कि ओवैसी को सिर्फ मोदी पर वार करने का बहाना चाहिए।

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दरसअल, गुरुवार को फिल्‍म पद्मावत पूरे देश में रिलीज हो गई है। ये फिल्‍म देशभर की करीब 7000 स्‍क्रीन्‍स पर रिलीज हुई है। लेकिन, कई सिनेमाघर के मालिकों ने सुरक्षा का हवाला देकर फिल्‍म ना दिखाने का एलान किया है। दूसरी ओर फिल्‍म के खिलाफ करणी सेना का उग्र विरोध प्रदर्शन जारी है। बनारस में एक युवक ने फिल्‍म के खिलाफ सिनेमाघर के सामने आत्‍मदाह की कोशिश की। लेकिन, पुलिस ने वक्‍त रहते ही उसे धरदबोचा। उदयपुर में भी करणी सेना के लोगों ने जमकर उत्‍पात मचाया। करणी सेना के विरोध प्रदर्शन पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई है। इससे पहले बुधवार को करणी सेना के कुछ लोगों ने गुरुग्राम में जीडी गोयनका स्‍कूल की बस पर पथराव कर दिया था। इस बस में बच्‍चे सवार थे। स्‍कूली बस पर हुए हमले को लेकर देशभर में करणी सेना के खिलाफ काफी गुस्‍सा देखने को मिल रहा है। इस बीच ओवैसी ने इस भड़की आग में घी डालने का काम कर दिया है।