आरजेडी में वैकेंसी, शत्रुघ्न सिन्हा ने किया अप्लाई ?
शत्रुघ्न सिन्हा आजकल हर उस व्यक्ति के मुरीद हैं जो मोदी विरोधी है या फिर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ है। जानिए क्यों बीजेपी के शत्रु लालू से सट रहे हैं ?
New Delhi Jan 31 : बिहार के पटना साहिब से भारतीय जनता पार्टी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की पॉलिटिक्स भी गजब की है। कहने को बीजेपी के नेता हैं। बीजेपी के सांसद हैं। लेकिन, दिनरात पार्टी और पार्टी के नेताओं को ही कोसते रहते हैं। बस मौका मिलना चाहिए। कभी राहुल गांधी की तारीफों के पुल बांधते हैं तो कभी अरविंद केजरीवाल की। समझ ही नहीं आता है कि नेता जी आखिर चाहते क्या हैं। बीजेपी से लाख दिक्कतें हैं फिर भी पार्टी और लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। कई बार तो लगता है शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी में सियासी तौर पर सबसे बेरोजगार नेता हैं, जिन्हें नई जॉब की तलाश है। आजकल शत्रुघ्न सिन्हा ने चारा घोटाले के दोषी यानी भ्रष्टाचारी लालू यादव के करीब सटना शुरु कर दिया है। शत्रुघ्न सिन्हा ने चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे लालू यादव को लेकर हमदर्दी जताई है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने भ्रष्टाचारी लालू यादव के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। वो भी ट्विटर के जरिए। शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट किया और लिखा कि लालू यादव और उनके परिवार के प्रति उनके दिल में संवेदनाएं हैं और वो हमेशा ही लालू के दोस्त रहेंगे। बीजेपी के शत्रु का कहना है कि ‘लालू और उनके परिवार के लिए मेरे दिल में काफी हमदर्दी है। मैं उनके परिवार का दोस्त हूं और ये बात मैं व्यक्तिगत तौर पर कह रहा हूं, किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं। मेरे मन में आपके लिए प्यार और संवेदना है। आप व्यक्तिगत तौर पर मुझ पर भरोसा कर सकते हैं। जो एक बार दोस्त बन जाते हैं वो हमेशा के लिए दोस्त रहते हैं। भगवान इस कठिन पल में आपको मजबूती दे।’ शत्रुघ्न सिन्हा अपने इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगे। लोगों ने कहना शुरु कर दिया है कि जी हां आरजेडी में अभी वैकेंसी है। आप अपना आवेदन भेज सकते हैं।
कुछ लोगों ने तो शत्रुघ्न सिन्हा को सलाह दी है कि अगर आपको चारा घोटाले के दोषी लालू यादव की इतनी ही चिंता है तो आप भी उनके लिए जेल चले जाएं और उनका ख्याल रखें। जबकि कुछ लोगों ने दावा किया कि लालू यादव की गैरमौजूदगी में शत्रुघ्न सिन्हा आरजेडी में अपनी गोट सेट करना चाह रहे हैं। इसीलिए वो लालू यादव से सट रहे हैं। लोगों का दावा है कि बीजेपी के इस शत्रु को पता है कि अगले चुनाव में इन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिलेगा। ऐसे में पहले से ही ये दूसरे दलों में अपनी सेटिंग करना चाहते हैं ताकि कहीं से तो टिकट का जुगाड़ हो जाए। जबकि कई लोगों ने सवाल किया है कि आखिर आप भारतीय जनता पार्टी कब छोड़ रहे हैं। लालू से पहले शत्रुघ्न ने अरविंद केजरीवाल की उस वक्त हौंसलाफजाई की थी जब चुनाव आयोग की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने आम आदमी पार्टी के बीस विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी।
अभी मंगलवार को भी शत्रुघ्न सिन्हा यशवंत सिन्हा के कार्यक्रम में नजर आए थे। बीजेपी के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने भी राष्ट्रीय मंच नाम से एक संगठन बनाया है। जहां पर अभी से मोदी विरोधियों की भीड़ जुटनी शुरु हो गई है। यशवंत के कार्यक्रम में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बिहार के कई और नेता शामिल हुए थे। माना जा रहा है कि यशवंत सिन्हा ने 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस मंच का गठन किया है। हालांकि उनका कहना है कि इस मंच का मुख्य उद्देश्य किसानों की समस्याओं को उठाना है। लेकिन, राष्ट्रीय मंच पर जमा विपक्ष की भीड़ कुछ और ही इशारा कर रहा है। इस बीच शत्रुघ्न सिन्हा की लालू यादव के प्रति संवेदनाएं भी कुछ और कहती हुईं नजर आ रही हैं। एक ओर शत्रुघ्न सिन्हा लालू यादव और उनके परिवार से नजदीकी बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। जबकि दूसरी ओर आरजेडी में बिखराव शुरु हो गया है। पार्टी के नेता ही तेजस्वी को पसंद नहीं कर रहे हैं। पार्टी के महासचिव अशोक सिन्हा अपने पद से इस्तीफा देकर पार्टी छोड़ चुके हैं।