आतंकियों की ‘बच्‍चा बटालियन’ बना रहा है हाफिज सईद, मांग रहा ‘कुर्बानी’

पाकिस्‍तान का खूंखार आतंकी हाफिज सईद छोटे-छोटे मासूम बच्‍चों को आतंकवाद की राह पर धकेल रहा है। यकीन ना आए तो पढि़ए ये खास रिपोर्ट।

New Delhi Feb 03 : लश्‍कर-ए-तैयबा का संस्‍थापक और जमात-उद-दावा का चीफ हाफिज सईद पाकिस्‍तान के मासूम बच्‍चों को भी जेहादी बनाना चाहता है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लश्‍कर ने पाक अधिकृत कश्‍मीर में बच्‍चा बटालियन के लिए भर्तियां शुरु कर दी हैं। हाफिज सईद अब तक कई बच्‍चों को आतंकवाद की राह पर धकेल चुका है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन बच्‍चों को मुजफ्फराबाद में लश्‍कर के ही ट्रेनिंग कैंप में आतंकवाद का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पाकिस्‍तान के सूत्रों से मिली इस खबर पर उस वक्‍त मुहर लगी जब अभी हाल ही में पेशावर में हाफिज सईद की रैली में कुछ बच्‍चों को एके-47 के साथ देखा गया। इन बच्‍चों की तस्‍वीरें सोशल मीडिया में काफी तेजी के साथ वायरल हो रही हैं। हाफिज सईद की रैली में बच्‍चों के हाथों में अलग-अलग तरह के हथियार देखने को मिले। जिससे साफ है कि बच्‍चों की सुविधा के मुताबिक उन्‍हें हथियार मुहैया कराया जा रहा है।

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पेशावर में हाफिज सईद की रैली में एक बच्‍चे के हाथ में SMG यानी सब मशीन गन देखने को मिली। इन मशीन गन का मॉडल नेम MP5P3 है। जिसका वजन बिना मैंगजीन के सिर्फ 2.54 किलोग्राम है। जिसे कोई भी आसानी से उठा सकता है। इस सेमी ऑटोमैटिक गन की रेंज करीब 800 मीटर है। इसमें आसानी से बॉक्‍स मैगजीन भी लगाई जा सकती है। इसके अलावा ये गन एक राउंड में तीस फायर कर सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हाफिज सईद अपनी बच्‍चा बटालियन को 9 एमएम की इसी सेमी ऑटोमैटिक गन से आतंकवाद की ट्रेनिंग दिलवा रहा है। इसके साथ ही कुछ बच्‍चों को एके-47 चलाने की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। बताया जा रहा है कि इन दिनों हाफिज सईद ने पाकिस्‍तान के स्‍कूलों में जमात-उद-दावा के कार्यक्रम बढ़ा दिए हैं। हालांकि स्‍कूलों में ये कार्यक्रम फलाह-ए-इंसानियत कश्‍मीर नाम के संगठन की ओर से कराए जा रहे हैं।

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इस संगठन को भी हाफिज सईद ही ऑपरेट कर रहा है। अभी कुछ दिनों पहले लाहौर और मुजफ्फराबाद में भी हाफिज सईद ने रैली कर लोगों से उनके बच्‍चों की मांग की थी। दरअसल, हाफिज अपनी रैलियों में हिंदुस्‍तान और अमेरिका के खिलाफ जमकर आग उगलता है। उसकी रैलियों में ज्‍यादातर कट्टरपंथी लोग ही शामिल होते हैं। हाफिज सईद लोगों का माइंडवॉश करने में माहिर है। इसीलिए उसने अब कश्‍मीर और यरुशलम के मसले पर जेहाद के लिए बच्‍चों की मांग शुरु कर दी है। हाफिज कई रैलियों में ये कहते हुए सुना जा चुका है कि हर मुसलमान को अपने एक बच्‍चों को हमारी इस जंग में भेजना चाहिए। ताकि वो मुल्‍क के लिए कुछ कर सकें। पाकिस्‍तान में ऐसे कट्टरपंथियों की कोई कमी नहीं है जो अपने मासूम बच्‍चे को इस जेहाद में धकेलने से जरा भी कतराते हों। दरअसल, हाफिज सईद को पता है कि आतंकवाद में बच्‍चों को इस्‍तेमाल करना बेहद आसान है।

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अकसर सुरक्षा एजेंसियां बच्‍चों पर कोई शक नहीं करती हैं। हाफिज इसी बात का फायदा उठाना चाहता है। इससे पहले भी एलओसी पर बीएसएफ के जवान कुछ बच्‍चों को घुसपैठ करते हुए पकड़ चुके हैं। हालांकि गलती से बार्डर पार करने की दलील पर उन्‍हें छोड़ा जा चुका है। लेकिन, मौजूदा वक्‍त में जिस तरह से हाफिज सईद पीओके में आतंकवादियों की बच्‍चा बटालियन तैयार कर रहा है उससे अब बार्डर पर मिलने वाले बच्‍चों पर भी भरोसा करना मुश्किल होगा। इस सूरत में पाकिस्‍तान के उन कट्टरपंथियों को सोचना होगा कि आखिर वो अपने मुल्‍क में किस तरह की पीढ़ी की कल्‍पना करते हैं। क्‍या पाकिस्‍तान के कट्टरपंथी अपने हर बच्चे को आतंकवादी बनाना चाहते हैं। सबसे अफसोस की बात ये है कि पाकिस्‍तान में इस तरह की बातें समझाने वाला कोई नहीं है। क्‍योंकि पाक सरकार जब खुद ही हाफिज सईद और आतंकियों के सामने नतमस्‍तक हो तो ऐसी सरकार से क्‍या कल्‍पना की जा सकती है।