कासगंज हिंसा : चंदन गुप्‍ता के तीनों ‘हत्‍यारे भाई’ गिरफ्तार, मर्डर वेपन बरामद ?

कासगंज हिंसा में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने चंदन गुप्‍ता की हत्‍या के आरोप में तीनों वर्की भाईयों को गिरफ्तार कर लिया है।

New Delhi Feb 08 : कासगंज हिंसा मामले में पुलिस ने तीनों सगे भाईयों को गिरफ्तार कर लिया है। दो आरोपियों को बुधवार के दिन अरेस्‍ट किया गया। जबकि एक आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस इस केस में अब तक कुल 111 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर वो हथियार भी बरामद कर लिए हैं जिससे चंदन गुप्‍ता की हत्‍या की गई थी। दरसअल, 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान कासगंज में दो समुदाय के बीच भिड़त हो गई थी। इसके बाद दोनों ओर से गोलियां चलनी शुरु हो गई थी। इसी कासगंज हिंसा में चंदन गुप्‍ता नाम के युवक की मौत हो गई थी। चंदन की हत्‍या का आरोप तीन सगे भाईयों पर था। जिनके नाम सलीम वर्की, वसीम वर्की और नसीम वर्की हैं। बुधवार को पुलिस ने नसीम और वसीम वर्की को गिरफ्तार किया। जबकि एसटीएफ इस केस में सलीम विर्की को पहले से ही गिरफ्तार कर चुकी है।

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उस वक्‍त एसटीएफ ने सलीम विर्की के पास से कासगंज हिंसा में इस्‍तेमाल किया गया तमंचा भी बरामद किया गया था। माना जा रहा है कि उसी तमंचे से चंदन गुप्‍ता पर फायरिंग की गई थी। जिसके बाद उसकी जान चली गई थी। कासगंज हिंसा के बाद से ही ये तीनों भाई फरार चल रहे थे। लेकिन, कुछ दिनों पहले ही एसटीएफ ने सलीम विर्की को धरदबोचा था। लेकिन, उसके बाकी दो भाई फिर भी फरार थे। जिनकी तलाश में प्रदेशभर में छापेमारी की जा रही थी। इस बीच इन आरोपियों के घर की कुर्की के भी आदेश हो गए थे। पुलिस ने कुर्की का नोटिस आरोपियों के घर पर चस्‍पा कर दिया था और मुनादी करा दी थी कि अगर फरार चल रहे आरोपियों ने एक मार्च तक कोर्ट के समक्ष सरेंडर नहीं किया तो उनके घर को कुर्क कर दिया जाएगा। जाहिर है कासगंज हिंसा में शामिल आरोपियों पर पुलिस का दवाब लगातार बढ़ता ही जा रही था।

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इस बीच पुलिस ने बाकी दो आरोपियों को भी उन्‍हें कोर्ट में सरेंडर करने से पहले ही धरदबोचा। पुलिस ने वसीम विर्की और नसीम विर्की के पास से दो और तमंचे भी बरामद किए हैं। हालांकि ये दोनों तमंचे लाइसेंसी बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक इन दोनों ही असलहों का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया है। कासगंज के एसपी पीयूष श्रीवास्‍तव ने बताया कि तमंचों की बरामदगी आरोपियों भाईयों के पास से ही की गई है। दोनों तमंचों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि इस केस में अब तक 111 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसमें बीस नामजद आरोपी भी शामिल हैं। इस बीच कुल 12 नामजद आरोपियों की संपत्ति के कुर्की के आदेश जारी किए गए थे। पुलिस के मुताबिक चंदन गुप्‍ता पर फायरिंग विर्की बंधुओं के घर से ही की गई थी। वहीं कुछ लोगों का दावा है कि विर्की बंधु ही अपने घर की बालकनी से खड़े होकर भीड़ पर फायरिंग कर रहे थे।

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इसी फायरिंग में चंदन गुप्‍ता की मौत हो गई थी। जबकि एक अन्‍य जख्‍मी हो गया था। चंदन गुप्‍ता की हत्‍या के बाद उनके पिता सुशील गुप्‍ता ने कासगंज हिंसा में कुल 18 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। चंदन गुप्‍ता के पिता सुशील गुप्ता ने जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था उसमें सलीम, वसीम, नसीम विर्की के अलावा जाहिद उर्फ जग्गा, आसिफ कुरैली उर्फ हिटलर, असलम कुरैशी, असीम कुरैशी, नसरुद्दीन, अकरम, तौफिक, खिल्लन, शबाव, राहत, सलमान, मोहसिन, आसिफ जिम वाला, सादिक और बबलू के नाम शामिल हैं। इन सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। हत्‍या और हत्‍या की कोशिश के अलावा इन आरोपियों पर धारा 147, 148, 149, 341, 336, 504, 506, 124A के तहत मुकदमें दर्ज हैं। इसमें कई धाराएं तो गैर जमानती हैं। यानी कासगंज हिंसा के आरोपी इतनी आसानी ने कानून के चंगुल से बच नहीं पाएंगे।