तेजस्वी यादव ने रेप विक्टिम की पहचान बताई, फिर कहा गलत क्या किया
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से एक गलती हो गई, बड़ी बात ये है कि वो अपनी गलती मानने से इंकार कर रहे हैं, संवेदनहीनता दिखा रहे हैं।
New Delhi, Feb 10: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव फिलहाल न्याय यात्रा पर हैं, वो पूरे प्रदेश में घूम घूम कर नीतीश सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि वो नीतीश कुमार के भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे, ये बातें चारा घोटाले के दोषी पिता के बेटे के मुंह से वैसी ही लगती है जैसे छतरी बेचने वाला ये कहे कि वो नहीं चाहता कि कभी बारिश हो. बहरहाल राजनीति है, तो तेजस्वी को कुछ तो करना ही है चर्चा में रहने के लिए। वो यही कर रहे हैं, लेकिन उनसे एक गलती हो गई, वो नीतीश कुमार पर हमला करने के चक्कर में एक ऐसी गलती कर बैठे जो अपराध की श्रेणी में आता है, तुर्रा ये है कि तेजस्वी ये मानने को तैयार नहीं है कि उन्होंने कोई गलती की है।
दरअसल बिहार में अपराध की घटनाओं पर सरकार पर हमला करना तेजस्वी यादव का शगल बन गया है, इस में कोई बुराई बी नहीं है, सरकार की नाकामियों को जनता के सामने लाना ही विपक्ष का कर्तव्य है, तेजस्वी ने भी यही किया लेकिन वो एक गलती कर बैठे। दुष्कर्म की शिकार बच्ची के जरिए तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला, लेकिन इस कोशिश में उन्होंने बच्ची की पहचान उजागर कर दी, तेजस्वी ने ट्वीटर पर बच्ची की फोटो और उसका नाम ले लिया, जिसके कारण उनकी चारों तरफ निंदा हो रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने फौरन इस पर आपत्ति दर्ज कराई। आयोग का कहना है कि रेप विक्टिम की पहचान उजागर करना अपराध है, महिला आयोग इस गलती पर तेजस्वी को नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है।
वहीं इस घटना के बाद जेडीयू की तरफ से भी तेजस्वी पर हमला किया गया तेजस्वी पर तंज मारते हुए जेडीयू नेता संजय सिंह ने कहा कि इस से पता चलता है कि तेजस्वी नौंवी पास हैं, उनको किसी परिवार की संवेदना से कोई मतलब नहीं है, वो बस अपनी सियासत चमकाने में लगे हुए हैं। चलिए अब आपको बताते हैं कि तेजस्वी ने क्या ट्वीट किया था। 8 साल की मासूम(हम नाम नहीं जाहिर कर रहे हैं) को नीतीश संपोषित, प्रशासन प्रायोजित दरिंदों ने पहले अपहरण किया फिर बेरहमी से उस कन्या का रेप किया। इसके बाद निर्ममता से उसकी हत्या कर दी। मुख्यमंत्री में इतनी भी मानवीय संवेदना नहीं थी कि गया में मौजूद होने के बावजूद विक्टिम के परिवार से मिल सकते।
जब इस मामले पर विवाद बढ़ा तो तोजसेवी बैकफुट पर आ गए, हालांकि वो ये मानने से इंकार कर रहे हैं कि उन्होंने कोई गलती की है, वो यही कह रहे हैं कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है। अपनी सफाई में तेजस्वी यादव ने जो कहा वो भी बता देते हैं। तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। जो बच्ची अब दुनिया में नहीं रही उसके भविष्य की क्या बात की जाए। सरकार को बताने की कोशिश कर रहा था कि बिहार में अपराध किस तरह बढ़ चुका है। किसी को इस मामले के बारे में पता ही नहीं है। कुल मिलाकर सियासी फायदा उठाने के चक्कर में तेजस्वी थोड़े से संवेदनहीन हो गए, उनको ये ध्यान रखना होगा कि इस तरह की गलती दोबारा ना हो।