पहली बार सेना ने ओवैसी को लगाई ‘लताड़’, शहादत को बनाया था सांप्रदायिक

शहादत का सांप्रदायिकरण करने वाले AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है। पहली बार किसी नेता को लताड़ लगाई।

New Delhi Feb 14 : भारतीय सेना ने पहली बार किसी नेता को जमकर लताड़ लगाई है। इस वक्‍त इंडियन आर्मी के निशाने पर AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी हैं। सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू ने ओवैसी को करारा जवाब दिया है। लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू का कहना है कि भारतीय सेना कभी भी शहादत को सांप्रदायिक रंग नहीं देती है। उनका कहना है कि जो लोग भारतीय सेना को नहीं जानते हैं वो ही इस तरह का बयान देते हैं। लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू का ये बयान AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के उस बयान पर था जिसमें उन्‍होंने सुंजवान आर्मी कैंप में शहीद हुए जवानों की शहादत को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी। सुंजवान आर्मी कैंप में छह जवान समेत सात लोगों की मौत हुई थी। इस पर ओवैसी का कहना था कि मरने वालों में छह लोग कश्‍मीर के मुसलमान हैं। जिससे लोगों को सबक लेना चाहिए।

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ओवैसी के इस बयान पर उनकी जमकर आलोचना हुई थी। इतना ही नहीं उन्‍हें ये भी नसीहत दी गई थी कि वो कम से कम सेना के जवानों को बख्‍श दें। भारतीय सेना में सांप्रदायिकता का जहर ना घोलें। ओवैसी ने क्‍या कुछ कहा था जरा ये भी जान लीजिए। ओवैसी ने सुंजवान आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले और इसमें शहीद हुए जवानों का जिक्र करते हुए कहा कि इस हमले में जो सात लोग मारे गए हैं उसमें पांच कश्‍मीरी मुसलमान हैं। ओवैसी का कहना है कि अब इस पर कोई कुछ क्‍यों नहीं बोल रहा है। AIMIM के चीफ कहते हैं कि इस हमले और शहादत से उन लोगों को सबक लेना चाहिए जो मुसलमानों को पाकिस्‍तानी कहते हैं और मुसलमानों की वफादारी पर शक करते हैं। आज भी उन्‍हें पाकिस्‍तानी समझा जाता है। ओवैसी के इसी बयान पर सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू ने उन्‍हें करारा जवाब दिया।

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दरअसल, देश की हिफाजत के लिए जान देने वाला सिपाही सिर्फ और सिर्फ हिंदुस्‍तानी होता है। उसकी कोई जात नहीं होती। उसकी पहचान सिर्फ भारतीय सेना के एक बहादुर सिपाही के तौर पर होती है। लेकिन, देश में सांप्रदायिक राजनीति करने वाले नेता शहीदों की शहादत को भी नहीं बख्‍शते। वो इस पर भी अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने की कोशिश करते हैं। बहरहाल, लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू का ये बयान ओवैसी के मुंह पर करारा तमाचा है। जाहिर है उन्‍हें कमांडर के इस बयान से सबक जरुर लेना चाहिए और भविष्‍य में इस तरह की वाहियात बयानबाजी से बचना चाहिए। बहरहाल, बुधवार को मीडिया से मुखातिब हुए उत्‍तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू ने कई और महत्‍वपूर्ण बातें भी कहीं। उनका कहा है कि इस वक्‍त देश के दुश्‍मन हतोत्‍साहित हैं। जिसके चलते वो इस तरह की वारदातों को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं।

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उनका कहना है कि जब देश के दुश्‍मन सीमा पर फेल हो जाते हैं तो ये लोग आर्मी कैंपों पर हमला करना शुरु कर देते हैं। इसके साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू ने दो टूक शब्‍दों में कह दिया है जो भी देश के खिलाफ खड़ा होगा हमारी सेना उससे सख्‍ती से निपटेगी। चाहें वो किसी भी गुट का होगा। उनका कहना है कि हमारे लिए ये मायने नहीं रखता है कि कौन सा आतंकी लश्‍कर-ए-तैयबा का है और कौन सा आतंकी जैश-ए-मोहम्‍मद या हिजबुल मुजाहिद्दीन का। सेना की नजर में सभी ग्रुप के आतंकी सिर्फ आतंकी ही हैं, जिससे एक ही अंदाज में निपटा जाएगा। इस मौके पर उन्‍होंने शोपियां फायरिंग में मेजर आदित्‍य समेत सेना के दूसरे जवानों पर दर्ज एफआईआर पर भी अपना बयान दिया। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाओं से जवानों का बनोबल गिर नहीं सकता। आर्मी हमेशा अपने जवानों के साथ मुस्‍तैदी से खड़ी रहेगी।