केजरीवाल ने डाला मोदी की ‘भीड़’ पर ‘डाका’, लग गया चोरी का आरोप

दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर नए विवाद में घिर गए हैं। दिल्‍ली सरकार पर भीड़ चुराने के आरोप लगे हैं। जानिए कैसे ?

New Delhi Feb 22 : क्‍या कभी भीड़ की भी चोरी हो सकती है। क्‍या किसी की भीड़ को चुराया जा सकता है। अगर इस तरह के सवाल आप से पूछे जाएं तो यकीनन आपका जवाब ना में ही होगा। लेकिन, दिल्‍ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार पर मोदी की भीड़ चुराने का अनोखा आरोप लगा है। आरोप है कि दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भीड़ को ही चुरा लिया। आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर ये सब कैसे हो सकता है। तो चलिए आपको पूरा माजरा बता देते हैं। दरसअल, दिल्‍ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार के तीन साल पूरे हो चुके हैं। अपने तीन साल पूरे होने के मौके पर दिल्‍ली सरकार विज्ञापनों के जरिए अपनी उपलब्धियों को गिना रही है। लेकिन, आरोप है कि दिल्‍ली सरकार ने इस विज्ञापनों में बड़ा खेल कर दिया है। जिसके बाद केजरीवाल एक बार फिर विवादों में घिरते हुए नजर आ रहे हैं।

Advertisement

दिल्‍ली सरकार की ओर से तीन साल पूरे होने के मौके पर जो विज्ञापन जारी किया गया है उसमें सबसे ऊपर बाईं ओर केजरीवाल की फोटो लगी है। इसके बाद सेंटर में बड़ा बड़ा लिखा गया है कि “तीन साल में हुआ कमाल, बदले स्‍कूल, बदले अस्‍पताल, बदला बिजली पानी का हाल, सरकार ईमानदार हो तो सब कुछ हो सकता है।” दिल्‍ली सरकार की इसी कोटेशन के साथ विज्ञापन के नीचे भीड़ दिखाई गई है। लेकिन, भीड़ में दाईं ओर शामिल जिन लोगों को इस विज्ञापन में दर्शाया गया है वो लोग पहले से ही मोदी के विज्ञापनों की शोभा बढ़ा रहे हैं। इसके बाद दोनों ही विज्ञापनों की फोटो को सोशल मीडिया पर जमकर वायरल किया जा रहा है। इसी बात को लेकर अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार की सोशल मीडिया पर जमकर खिंचाई हो रही है। इसके साथ ही ये विज्ञापन भी दिल्‍ली सरकार के लिए जी का जंजाल बन गया है।

Advertisement

ये मसला भी ऐसे वक्‍त में सामने आया है जब दिल्‍ली सरकार के मुख्‍य सचिव अंशु प्रकाश की पिटाई के मामले में खुद मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर उनकी पार्टी के विधायक तक फंसे हुए हैं। दिल्‍ली सरकार के इस विज्ञापन और केंद्र सरकार के विज्ञापन दोनों को ही सोशल मीडिया पर मार्क कर वायरल किया जा रहा है। इसी विज्ञापन के जरिए केजरीवाल सरकार पर मोदी की भीड़ चुराने का आरोप लगाया जा रहा है। दरसअल, कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के उन लोगों से एलपीजी गैस की सब्सिडी छोड़ने की अपील की थी जो बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर लेने में सक्षम हैं। सरकार ने गिव ईट अप योजना के लिए बाकायदा विज्ञापन भी जारी किया था। मोदी सरकार के इस विज्ञापन में भीड़ में जो लोग शामिल हैं वहीं लोग केजरीवाल के भी विज्ञापन में हैं। वो भी एकदम हूबबू उसी पोस्‍चर में। जिससे साफ है कि विज्ञापन बनाने वाले ने मोदी के विज्ञापन से तस्‍वीर चुराकर इस विज्ञापन में फिट कर दी।

Advertisement

मोदी सरकार के जिस विज्ञापन से तस्‍वीर चुराने का आरोप लगाया गया है। वो विज्ञापन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ओर से जारी किया गया था। इस विज्ञापन के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन 90 लाख लोगों का शुक्रिया भी अदा किया था जिन लोगों ने एलपीजी सिलेंडर की सब्सिडी छोड़ दी थी। हालांकि अब तक इस मामले में दिल्‍ली सरकार की ओर से कोई भी सफाई पेश नहीं की गई है। सोमवार की रात को ही विज्ञापन के मसले पर अरविंद केजरीवाल के घर पर मिड नाइट ड्रामा हुआ था। अरविंद ने अपने घर पर रात बारह बजे एक मीटिंग बुलाई थी। जिसमें मुख्‍य सचिव अंशु प्रकाश को भी बुलाया गया था। यहीं पर उनके साथ मारपीट की गई थी। अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के मामले में आम आदमी पार्टी के दो विधायक गिरफ्तार भी हो चुके हैं। जिसमें अमानतुल्‍ला खान और प्रकाश जारवाल शामिल है।