नीरव मोदी को पकड़ने के लिए 3 दिन बाद ED का निकलेगा ‘ब्रह्मास्‍त्र’

विदेश भाग चुके पंजाब नेशनल बैंक के महाघोटाले के मुख्‍य आरोपी नीरव मोदी को गिरफ्तार कर वापस देश लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं।

New Delhi Feb 23 : डायमंड किंग और पंजाब नेशनल बैंक महाघोटाले के मुख्‍य आरोपी नीरव मोदी पर जांच एजेंसियां का शिकंजा कसता ही जा रहा है। इस केस की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय ने नीरव मोदी को तीसरा समन जारी कर दिया है। ईडी ने नीरव मोदी को 26 फरवरी के दिन पेश होने को कहा है। इससे पहले उसके खिलाफ दो समन जारी हो चुके हैं। लेकिन, नीरव प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने से साफ इंकार कर चुका है। ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय ने उसे तीसरा नोटिस जारी करते हुए सख्‍त हिदायत दी है कि अगर वो 26 फरवरी तक ईडी के सामने पेश नहीं हुआ तो उसके प्रत्‍यपर्ण की कार्रवाई को तेज कर दिया जाएगा। जाहिर है ऐसे में विदेश में छिपकर बैठे नीरव की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं। वहीं दूसरी ओर जानकारों का कहना है कि जांच एजेंसियों के लिए नीरव को विदेश से पकड़ना आसान नहीं होगा।

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जानकारी के मुताबिक देश के इस महाघोटालेबाज ने कई देशों में अपना ट्रांसफर किया हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय उस पर शिकंजा कसने के लिए लेटर रोगट्री भी जारी कर सकता है। इस लेटर के जरिए प्रवर्तन निदेशालय ना सिर्फ विदेशी अदालतों से संपर्क कर नीरव मोदी के खिलाफ कार्रवाई की अपील कर सकती हैं बल्कि घोटाले के साक्ष्‍यों के आधार पर उसके विदेशों बैंकों को भी फ्रीज किया जा सकता है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नीरव मोदी को 22 फरवरी को ईडी के सामने पेश होने का नोटिस जारी किया गया था। ईडी को उम्‍मीद थी कि नीरव उनके सामने पेश होगा। लेकिन, उसने आने से इनकार कर दिया। नीरव ने प्रवर्तन निदेशालय को जो ईमेल भेजा था उसमें उसने कहा कि वो विदेश में है और अपने काम में काफी व्‍यस्‍त है इसलिए वो ईडी के सामने पेश नहीं हो सकता। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी पर पंजाब नेशनल बैंक को 11 हजार 300 करोड़ रुपए की चपत लगाने का आरोप है।

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हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने इस पूरे गोरखधंधे को लेटर आफ अंडरटेकिंग के जरिए अंजाम दिया था। जिसमें उसका साथ पंजाब नेशनल बैंक के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी दिया था। इस केस में सीबीआई अब तक कई लोगों को अरेस्‍ट कर चुकी है। हालांकि इस पूरे मामले के खुलासे से पहले ही नीरव मोदी अपने परिवार के साथ देश छोड़कर भाग गया था। हालांकि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से अब तक नीरव और उसकी कंपनियों की 5649 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्‍त की जा चुकी है। इसके साथ ही छापेमारी और संपत्ति को सीज करने की छापेमारी अभी भी जारी है। नीरव और उसके परिवार के खिलाफ इस वक्‍त फेमा और मनी लॉड्रिंग के तहत भी जांच चल रही है। हालांकि विदेश में बैठा नीरव भारतीय जांच एजेंसियों को लगातार धौंस दिखा रहा है। उसका कहना है कि अब वो पैसा वापिस नहीं कर सकता है क्‍योंकि उसके बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया। उसकी संपत्ति जब्‍त हो चुकी है।

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इन सारे मामले में उसके ब्रांड को भी बट्टा लग चुका है। इन हालात में वो पैसा नहीं दे पाएगा। नीरव मोदी ने अपने कर्मचारियों को भी एक खत लिखा था जिसमें उसने कहा था कि वो लोग कोई नई नौकरी तलाश कर लें। जैसे ही उसके बैंक के खातों से पाबंदी हटेगी सभी कर्मचारियों को उनका बकाया दे दिया जाएगा। इसके साथ ही उसने अपने कर्मचारियों से ये भी कहा कि भविष्‍य में एक बार फिर हम सब मिलकर काम करेंगे। बहरहाल, इन सारी बातों से इतर जांच एजेंसियों की कानूनी कार्रवाई जारी है। अभी गुरुवार को ही ईडी ने उसकी नौ लग्‍जरी कारों को जब्‍त कर लिया था। इसके बाद शुक्रवार को विदेशी घडि़यों से भरे कंटेनर भी जब्‍त किए गए। जिनकी कीमत करीब 14 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसके अलावा उसके कुछ और बैंक अकाउंट्स को भी फ्रीज किया गया है जिसमें तीस करोड़ रुपए का कैश था। नीरव पर शिकंजा लगातार कसता ही जा रहा है।