केरल का ‘जाकिर नाइक’ गिरफ्तार, मासूम बच्चों में भरता नफरत का जहर

केरल के जाकिर नाइक कहे जाने वाले एमएम अकबर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है, कथित तौर पर मासूम बच्चों के अंदर कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा देता था।

New Delhi, Feb 25: महराष्ट्र के जाकिर नाइक के बारे में तो आप जानते ही हैं, जो फिलहाल देश से फरार है, भारत आने में जिसे डर लग रहा है, भड़काऊ भाषण देने के आरोप में उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं, धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह करने वाले जाकिर जैसे एक नहीं कई लोग हैं, अब केरल के जाकिर नाइक कहे जाने वाले एमएम अकबर को ही ले लीजिए, जिसको हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। इस्लामिक उपदेशक और पीस इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक एमएम अकबर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है, इन पर भी भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। अकबर की गिरफ्तारी के बारे में बतते हुए पुलिस ने कहा कि अकबर ऑस्ट्रेलिया से हैदराबाद आए और यहां से सोमवार को दोहा की फ्लाइट पकड़ने वाले थे

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भारत छोड़ने से पहले ही एमएम अकबर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि अकबर को हैदराबाद से केरल ले जाने की तैयारी की जा रही है। अकबर के खिलाफ भी नफरत फैलाने का आरोप है, इसी साल जनवरी में केरल सरकार ने नफरत फैलाने के आरोप में अकबर के स्कूल को बंद करा दिया थ। ये स्कूल उस समय चर्चा में आया था जब केरल के 21 युवक आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल हो गए थे. आशंका जताई गई थी कि उन युवकों के दिमाग में नफरत का बीज इसी स्कूल में बोया गया था। अलग अलग समुदायों के बीच धर्म के आधार पर नफरत फैलाने के आरोप में अकबर के स्कूल को बंद कर दिया गया था। फिलहाल वो गिरफ्तार हो चुके हैं।

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केरल के जो युवक आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़ गए थे और लापता हो गए थे, उनमें पीस स्कूल का ही एक कर्मचारी अब्दुल रशीद भी था, उसके बारे में कहा जता है कि वो इस युवकं को उस समूह को सरगना था, उसके साथ उसकी पत्नी यासमीन अहमद भी लापता हो गई थी, वो पीस स्कूल में ही पढ़ती थी। सूत्रों के मुताबिक इनका आतंकी संगठन से कनेक्शन था, बता दें कि एमएम अकबर पीस इंटरनेशनल स्कूल का प्रबंध निदेशक है, इस स्कूल के केरल में 13 ब्रांच हैं, जो अलग अलग जिलों में चलती हैं। खबरों के मुताबिक इस स्कूल में दूसरी क्लास के बच्चों को पढ़ाई जाने वाली एक किताब को लेकर काफी हंगामा हुआ था। इस किताब के एक चैप्टर में कथित रूप से इस्लामिक रूढ़ीवाद और धर्मांतरण को बढ़ावा देने की बात कही गई थी.

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जब हंगामा बढ़ा तो जांच शुरू हुई, जिसके बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने ये कबूल किया कि उनका मकसद 5 से 13 साल के बच्चों के दिमाग में नफरत भरना था, वो कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा देने का काम करते थे। जांच दल के एक अधिकारी के मुताबिक किताब छापने वाली कंपनी ने इस गलती को माना था और नई किताब छापने की बात कही थी। कुल मिलाकर केरल में जाकिर नाइक कहे जाने वाले एमएम अकबर की गिरफ्तारी के बाद नफरत का कारोबार करने वालों पर लगाम लगेगी, वहीं केरल सरकार के लिए भी सोचने का विषय है कि वहां पर आतंकी संगठन की निगाह है और इसके खुफिया इनपुट भी हैं, उसके बाद भी सरकार सख्त कदम नहीं उठा रही है।