काश ! दूसरे राजनेता भी माणिक सरकार जैसा उदाहरण पेश कर पाते
त्रिपुरा की कमान संभालने जा रहे बिप्लब देब जब माणिक सरकार से मिलने गए तो उनका पैर छू कर प्रणाम किया।
New Delhi, Mar 08 : यकीन नहीं होगा, लेकिन यह सच है 25 साल तक त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहनेवाले सीपीएम के नेता माणिक सरकार के पास अपना घर नहीं है। राज्य का मुख्यमंत्री आवास खाली करने के बाद वह अपनी पत्नी पांचाली भट्टाचार्जी के साथ सीपीएम दफ्तर के ऊपर स्थित दो कमरों के फ्लैट में शिफ्ट हो रहे हैं । ऐसी मिशाल कायम करनेवाले राजनेता गिने चुने ही हैं। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद भी अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद पटना के सदाकत आश्रम के टूटे कमरे में रहते थे।
माणिक सरकार ने अपना पैतृक आवास अपनी बहन को दान कर दिया था। उनकी पत्नी केंद्रीय कर्मचारी हैं। त्रिपुरा सीपीएम के महासचिव ने बताया कि पार्टी दफ्तर में न्यूनतम जरूरतों के सभी सामान मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि माणिक पहले भी पार्टी दफ्तर में रह चुके हैं। उनकी तरह ज्यादातर नेता सादा जीवन जीते हैं।
वही त्रिपुरा की कमान संभालने जा रहे बिप्लब देब जब माणिक सरकार से मिलने गए तो उनका पैर छू कर प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में माणिक सरकार अच्छा सरकारी आवास और अन्य प्रोटोकॉल सुविधाओं के हकदार हैं। सूबे में विपक्ष के नेता को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होगा और वह भत्तों के हकदार होंगे।
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के निर्माण के लिए माणिक सरकार ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। बता दें कि बतौर मुख्यमंत्री माणिक सरकार देश के सबसे गरीब सीएम थे। वह अपनी सैलेरी का ज्यादा हिस्सा पार्टी को दान कर देते थे। सरकार द्वारा मिलने वाली ज्यादातर सुविधाएं भी नहीं लेते थे। काश ! दूसरे राजनेता भी ऐसा उदाहरण पेश कर पाते।