पंजाब सरकार ने अपने ही कैबिनेट मंत्री सिद्धू को सजा से बचाने से इंकार कर दिया
बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में जाने का यदि सिद्धू का यही उद्देश्य रहा होगा कि इससे उन्हें केस में राज्य सरकार से राहत मिलेगी तो सिद्धू की यह उम्मीद धूल- धुसरित हो गयी।
New Delhi, Apr 14 : पंजाब से एक बड़ी अच्छी खबर आई है। वहां के राज्य सरकार ने अपने ही कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को एक केस में हुई सजा से बचाने से इनकार कर दिया। याद रहे कि गैर इरादतन हत्या के एक केस में नवजोत सिंह सिद्धू को तीन साल की सजा हो चुकी है। जब सिद्धू की अपील की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हो रही थी कि तो पंजाब सरकार के वकील ने इसी गुरूवार को अदालत से कहा कि सिद्धू को दी गयी तीन साल की सजा को बरकारार रखा जाए।
यानी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने का यदि सिद्धू का यही उद्देश्य रहा होगा कि इससे उन्हें केस में राज्य सरकार से राहत मिलेगी तो सिद्धू की यह उम्मीद धूल- धुसरित हो गयी। ऐसा करके मुख्य मंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने खुद को मन मोहन सिंह से बेहतर साबित कर दिया।
आय से अधिक संपत्ति एकत्र करने के आरोप में जब मुलायम सिंह यादव के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा था तो सी.बी.आई.के वकील समय -समय पर अपना पक्ष बदलते रहते थे। उन दिनों मन मोहन सिंह की केंंद्र में सरकार थी और वह मुलायम सिंह का भयादोंहन कर रही थी।
इसलिए कभी वकील कहता था कि मुलायम सिंह के खिलाफ केस बनता है तो कभी कह देता था कि केस का अभी अनुसंधान चल रहा है। इस पर झल्लाते हुए एक बार सुप्रीम कोर्ट ने सी.बी.आई. के वकील से पूछा कि अंतिम तौर पर आप बताएं कि केस बनता है या नहीं ?