मौत की तलाश में निकला था प्रेमी जोड़ा, हनुमान मंदिर में मिली जिंदगी

मामला यूपी के मिर्जापुर के अदलहाट कोतवाली के पौनी गांव का है। जहां पर एक प्रेमी कपल अपने परिवार के लोगों से परेशान होकर जान देने निकला था।

New Delhi, Jun 15 : यूपी के मिर्जापुर में कुछ ग्रामीणों ने ऐसा काम किया है, जिसकी जितनी तारीफ की जाए, कम है। दरअसल शादी के लिये घर वालों के राजी ने होने पर एक प्रेमी जोड़ा रेल लाइन पर जान देने पहुंचा था, वहीं रेलवे लाइन के पास ही हनुमान मंदिर परिसर में कुछ ग्रामीण बैठे थे, जिन्होने उनकी मंशा भांप लिया। ग्रामीणों ने इस कपल को बुलाया और समझाया, कि जान देने से कुछ नहीं होने वाला, दोनों शादी कर राजी-खुशी साथ में जिंदगी बिताओ। जिसके बाद ग्रामीणों ने दोनों के परिवारों को समझाया, फिर दोनों की शादी करा दी।

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कहां का है मामला ?
आपको बता दें कि ये मामला यूपी के मिर्जापुर के अदलहाट कोतवाली के पौनी गांव का है। जहां पर एक प्रेमी कपल अपने परिवार के लोगों से परेशान होकर जान देने निकला था, Coupleलेकिन कुछ सजग ग्रामीणों की वजह से उनकी जान बच गई, साथ ही दोनों अब साथ में जिंदगी भी जिएंगे। ग्रामीणों ने घरवालों को भी इस शादी के लिये राजी कर लिया, जिसके बाद दोनों ने सात फेरे लिये।

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दो वर्षो से चल रहा था प्रेम प्रसंग
अदलहाट थाना इलाके के पौनी गांव निवासी पवन कुमार और शिवपुर निवासी सीमा का पिछले दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था, घर वालों के मना करने के बावजूद दोनों छुप-छुपकर मिला करते थे। जब दोनों के लाख मनाने के बाद भी घर वाले शादी को राजी नहीं हुए, तो दोनों चुनार कोतवाली क्षेत्र के पचेवरा हनुमान मंदिर पहुंचे । मंदिर के सामने ही रेलवे लाइन है, दोनों इंतजार में थे, कि जैसे ही ट्रेन गुजरेगी, ट्रेन के आगे कूदकर जान दे देंगे।

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ग्रामीण को हुआ शक
दोनों रेलवे लाइन के पास ट्रेन आने का इंतजार कर रहे थे, वहीं मंदिर परिसर में बैठे एक ग्रामीण को दोनों को देखकर शक हुई, दोनों बेहद परेशान थे, तो उस ग्रामीण ने दोनों को बुलाकर पूछा, कि यहां क्या कर रहे हैं, और क्यों इतने परेशान हैं। जिसके बाद लड़की ने बताया कि वो दोनों जान देने आये हैं, ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। उनकी शादी के लिये उनके घर वाले राजी नहीं है, इसी वजह से दोनों जीना नहीं चाहते हैं।

ग्रामीण ने दोनों के परिजनों को बुलाया
उस ग्रामीण ने मामले की गंभीरता को समझते हुए दोनों को मंदिर परिसर में बुलाया और कहा कि जान देने से कुछ नहीं बदलने वाला, दोनों शादी कर राजी -खुशी रहो। इसके साथ ही कुछ और ग्रामीण वहां इक्ट्ठा हो गये। उसके बाद दोनों के परिजनों को सूचना दी गई, कि वो वहां आकर उनसे मिले। मंदिर में ही ग्रामीण के कहने के बाद शादी की तैयारी शुरु हो गई।

झूठ बोलकर घर से निकली थी युवती
लड़की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी सुबह सात बजे घर से बैंक जाने की बात कहकर निकली थी, वो लड़के को लफंगा बता रहे थे, हालांकि ग्रामीणों ने समझाने की खूब कोशिश की, जिसके बाद वो शादी के लिये राजी हो गये। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि अगर इस लड़के के अलावा वो कहीं और शादी करेंगे, तो ये जान देने निकली थी। बेटी ही नहीं रहेगी, कि किसका सुख देखेंगे।

ग्रामीणों ने कराई शादी
परिजनों के पहुंचने के बाद ग्रामीण ने उनसे बात की, करीब दो घंटे तक मान-मनौव्वल का दौर चलता रहा, दोनों परिवार एक-दूसरे के यहां शादी करने को राजी नहीं थे। हालांकि ग्रामीणों के मनाने के बाद वो मान गये। जिसके बाद मंदिर में दोनों की शादी कराई गई, घर वालों के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी वर-वधू को आशीर्वाद दिया।