भारत के इस मंदिर में है दुनिया का सबसे बड़ा खजाना, तहखाने के दरवाजे को आज तक किसी ने नहीं खोला
भारत में कई ऐसे रहस्य मौजूद हैं जिनके आगे पूरी दुनिया की साइंस फेल हो चुकी है । वैदिक संस्कृति के मूल भारत के एक ऐसे ही मंदिर के बारे में जानिए, आप हैरान रह जाएंगे ।
New Delhi, Jun 16 : भारत कई संस्कृतियों का देश है, यहां कई धर्मों के लोग रहते हैं । हर धर्म की अपनी मान्यताएं हैं, अपने पूजनीय स्थल हैं । भारत में प्राचीन परंपराओं, प्राचीन युगों के कई साक्ष्य आज भी मौजूद हैं । कहीं शिव के होने के प्रमाण मिलते हैं तो कहीं स्वयं भगवान विष्णु भक्तों को दर्शन देते हैं । कहीं श्रीकृष्ण की लीलाएं गोपियों संग रास रचाती हैं तो कहीं बजरंगबली के कलियुग में भी विचरने की मान्यताएं सुनने को मिलती हैं । ऐसा ही एक मंदिर है केरल का पद्मनाभ मंदिर, इसके बारे में सुनेंगे तो पैरों तले से जमीन खिसक जाएगी ।
दुनिया का सबसे धनी मंदिर
केरल में स्थिति पद्मनाभस्वामी मंदिर को पूरे विश्व में सबसे धनी मंदिर का दर्जा प्राप्त है । इस मंदिर में कुल 6 तहखाने हैं, जिनमें से 5 को तो खोल दिया गया था । मंदिर के इन 5 तहखानों में से इतना खज़ाना निकला कि पूरी दुनिया में हल्ला मच गया था । इन पांचों तहखाने से इतने कीमती सामान प्राप्त किए गए हैं कि जिसकी कोई गिनती ही नहीं है । मंदिर के छठे तहखाने का दरवाजा खोलने की हिम्मत तो की गई लेकिन सफलता नहीं मिली ।
इतना बड़ा खजाना लगा हाथ
जानकारी के अनुसार पद्मनाभस्वामी मंदिर के 5 तहखानों में से कीमती पत्थर, सोने, चांदी समेत कई और दुर्लभ रत्न और धातुओं के सामान मिले हैं । एक खबर के अनुसार मंदिर से अब तक लाख करोड़ से भी ज़्यादा कीमत का खज़ाना निकला जा चुका है । स्थानीय लोगों के मुताबिक मंदिर के पांचों तहखाने से जितना सामान निकला है उससे कहीं ज्यादा छठे तहखाने में मौजूद है । लेकिन इस तहखाने को खोलने की हिम्म्त किसी में नहीं ।
100 साल पहले की गई थी कोशिश
बताया जाता है कि आखिरी बार 1908 में यहां जाने की कोशिश की गई थी तो लोगों को वहां नागों के झुंड के बीच बैठा कई सिरों वाला किंग कोबरा बैठा हुआ मिला था । जैसे तैसे लोग वहां से जान बचाकर निकले । कोई नहीं देख पाया कि वहां क्या मौजूद था, रत्न खजाना कुछ भी नहीं । घुप्प अंधेरे में बस सांप ही नजर आया, जिससे डरकर सभी वहां से भाग निकले । तब से अब तक इस तहखाने में कोई नहीं गया है ।
गरुड़ मंत्र के साथ खुलता है दरवाजा
मंदिर के छठे तहखाने को लेकर एक बात और प्रचलित है । मान्यताओं के अनुसार यह तहखाना 3 शक्तिशाली दरवाज़ों की सुरक्षा से घिरा हुआ है । इसके दरवाज़ों पर दो सांप की प्रतिमाएं बनी हुई हैं, जिन्हें इस तहखाने का रक्षक माना गया है । इस दरवाजे को ‘गरुड़ मंत्र’ के द्वारा ही खोला जा सकता है, लेकिन ये कोई तपस्वी ही कर सकता है । इतना ही नहीं मंत्र उचारण में हुई छोटी सी गलती भी उसकी जान ले सकती है । मंदिर के इस तहखाने में खजाना है या कुछ और, ये जानने में अभी कई और वर्ष लग सकते हैं ।