देवउठनी एकादशी आज, सूर्यास्‍त से पहले तुलसी के समीप जाकर कहें ये मंत्र, इस प्रकार जलाएं दिया

आज देवउठनी एकादशी है । आज के दिन सूर्यास्त के समय तुलसी के पास एक दीपक जलाकर तुलसी का एक मंत्र बोलना चाहिए । इससे आपके जीवन में बहुत लाभ हो सकते हैं ।

New Delhi, Nov 19 : शास्‍त्रों में कहा गया है, देवउठनी एकादशी पर विष्‍णु पूजा के बाद माता तुलसी से सुख-समृद्धि बनाए रखने की प्रार्थना करनी चाहिए । आज सोमवार का दिन है और इस दिन तुलसी पूजा का महापर्व देवउठनी एकादशी मनाया जा रहा है । धर्म जानकारों के अनुसार इस दिन तुलसी जी के साथ शालिग्राम का विवाह कराया जाता है । इस दिन तुलसी की भी विशेष पूजा की जाती है । हिंदू धर्म में तुलसी पूजनीय और एकदम पवित्र मानी गई है ।

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तुलसी पूजा से होते हैं लाभ
तुलसी का पौधा धार्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्‍वपूर्ण हे । इसकी पूजा से घर में सुख-शांति बनी रहती है । तुलसी औषधीय गुणों से भी युक्‍त होती है, इस पौधे के चमतकारी गुण आयुर्वेद में बताए गए हैं । आगे आपको बताते हैं देवत तुल्‍य तुलसी जी की आराधना करने से आपको क्‍या लाभ होता है और ये किस प्रकार से की जानी चाहिए ।

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वातावरण को शुद्ध करती है तुलसी
तुलसी का एक प्रमुख गुण है शुद्धता । तुलसी का पौधा अपने आस-पास के वातावरण शुद्ध बनाती है । अगर आपके घर में तुलसी है तो आपका घर नेगेटिविटी से दूर रहेगा और इसकी वजह से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी । इससे वास्‍तु के दोष भी दूर होते हैं । घर के आंगन में एक तुलसी का पौधा जरूर होना चाहिए ।

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प्रतिदिन जल चढ़ाएं
तुलसी को मां लक्ष्‍मी का ही प्रतिरूप माना जाता है । तुलसी की पूजा करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्‍न होती है और आपका घर धन-धान्‍य से भर देती हैं । तुलसी को रोज जल चढ़ाना चाहिए । सूर्यास्त के बाद तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए। सरसों के तेल का दीपक इस दिन जलाना बेहद शुभकारी होता है । खासतौर पर एकादशी के दिन तुसली की पूजा सवोत्‍तम रहती है ।

देवउठनी एकादशी पर करें तुलसी की पूजा
इस दिन तुलसी के आसपास साफ-सफाई और पवित्रता का ध्यान रखना चाहिए । अगर आपने व्रत रखा है तो बहुत अच्‍छा, अगर नहीं भी हें तो कोई बात नहीं । नहा-धोकर शाम के समय, तुलसी के समक्ष दीप प्रज्‍वलित करें । हल्दी, दूध, कुंकुम, चावल, भोग, चुनरी आदि पूजन सामर्गी अर्पित करें । कर्पूर जलाकर आरती करें।
तुलसी शालीग्राम का विवाह
इस दिन तुलसी और शालिग्राम का विवाह भी करवाया जा सकता है । अगर ये संभव ना हो तो तुलसी की सामान्य पूजा भी की जा सकती है ।  घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए प्रार्थना मां तुलसी से प्रार्थना करें । दीपक जलाकर तुलसी नामाष्टक का पाठ करें ।
तुलसी नामाष्टक मंत्र
वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी। पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।
एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम। यः पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।