अगर विधानसभा चुनाव के नतीजे एक्जिट पोल के हिसाब से आये, तो बीजेपी को फायदा नुकसान दोनों
एक्जिट पोल शॉर्टकट होते हैं, कई बार ये फेल भी हो चुके हैं, तो कई बार सही भी साबित होते हैं, इसलिये 11 दिसंबर का इंतजार कीजिए।
New Delhi, Dec 09 : तमाम न्यूज चैनल एक्जिट पोल के जरिये विधानसभा चुनाव को लेकर दावे कर रहे हैं, कहा जा रहा है कि बीजेपी पिछड़ रही है, अगर इन राज्यों में बीजेपी हारी, तो दो बातें होगी, पहली ये कि उनकी ये छवि टूट जाएगी, कि मोदी और शाह की जोड़ी को हराया नहीं जा सकता, हालांकि बीजेपी को इसका फायदा ये होगा, कि उनका सोया हुआ काडर फिर से जाग जाएगा, बीजेपी नेता जो अतिआत्मविश्वास से भरे हुए हैं, उन्हें थोड़ा झटका भी लगेगा, क्योंकि आगे 2019 की लड़ाई है।
लगातार हार झेल रहे हैं राहुल गांधी
2019 लोकसभा चुनाव से पहले इस विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस को जीत मिली, तो राहुल गांधी और पार्टी के लिये जीवनदान होगा, क्योंकि कांग्रेस अब सिमटती जा रही है, जनवरी 2013 में राहुल गांधी को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया था, तब से अब तक 38 चुनाव हुए हैं, जिनमें लोकसभा चुनाव भी शामिल है, कांग्रेस को 31 में हार का सामना करना पड़ा है, इस लिहाज से देखें, तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रिकॉर्ड बेहद खराब है, लेकिन अगर इन राज्यों में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करती है, तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भी आत्मविश्वास बढेगा।
एक्जिट पोल
कई बार एक्जिट पोल गलत साबित हो जाते हैं, साल 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में ज्यादातर एक्जिट पोल ने राजद-जदयू महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ी टक्कर बताया था, कुछ ने तो एनडी को सत्ता में दिखा दिया था, लेकिन जब परिणाम आये तो बीजेपी चित हो गई, और महागठबंधन काफी आगे निकल गई। 2016 में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव को लेकर भी तमाम एक्जिट पोल ने एआईएडीएमके की हार की संभावना जताई थी, लेकिन जयललिता दुबारा सत्ता में लौटी। हालांकि 2016 में पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुद्दुचेरी विधानसभा चुनाव में एक्जिट पोल काफी हद तक सही साबित हुए थे।
यूपी में बंपर बहुमत
साल 2017 में यूपी में हुए विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजर थी, जब एक्जिट पोल सामने आया, तो उसमें बीजेपी को पूर्ण बहुमत के करीब या पूर्ण बहुमत दिखाया गया था, लेकिन जब परिणाम सामने आये, तो लोगों ने बीजेपी को बंपर बहुमत दिया था, यूपी के 403 सीटों में से बीजेपी को 312 सीटें हासिल हुई थी।
11 दिसंबर का इंतजार
एक्जिट पोल शॉर्टकट होते हैं, कई बार ये फेल भी हो चुके हैं, तो कई बार सही भी साबित होते हैं, इसलिये 11 दिसंबर का इंतजार कीजिए, पांच राज्यों की जनता ने जो जनादेश दिया है, वो सामने आ पाए, वोट देने के बाद पांच राज्यों की जनता के साथ-साथ पूरे देश की नजर इस विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई है।