राजस्थान के नये सीएम का ऐलान, सचिन पायलट को दोहरी जिम्मेदारी

सचिन पायलट और गहलोत के साथ मीटिंग करने के बाद राहुल गांधी ने एक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा राजस्थान की एकजुटता का रंग।

New Delhi, Dec 14 : दो दिन तक चले बैठकों के दौर के बाद अब तय हो गया है कि राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, अशोक गहलोत (67 साल ) मुख्यमंत्री होंगे, तो सचिन पायलट (41 साल ) डिप्टी सीएम होंगे, इसके साथ ही पायलट राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने रहेंगे, यानी सरकार और संगठन दोनों जगह उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने करीब दो घंटे तक अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ बैठक की।

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राहुल गांधी ने ट्वीट किया
पायलट और गहलोत के साथ मीटिंग करने के बाद राहुल गांधी ने एक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा राजस्थान की एकजुटता का रंग, इससे पहले उन्होने एमपी में भी सीएम का ऐलान करते हुए सिंधिया और कमलनाथ के साथ तस्वीर पोस्ट की थी, माना जा रहा है कि छत्तीसगढ के सीएम के नाम की भी घोषणा आज ही की जा सकती है, इसके लिये राहुल गांधी ने टीएस सिंह देव, भूपेश बघेल और डॉ. चरणदास महंत को दिल्ली बुलाया है ।

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बैठकों का दौर चला
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली में राहुल गांधी के आवास पर बैठकों का दौर चलता रहा, एमपी को छोड़कर छत्तीसगढ और राजस्थान के सीएम के नाम देर रात तक तय नहीं हो पाये थे, नामों की घोषणा से पहले खुद यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राहुल से मुलाकात की थी, प्रियंका वाड्रा भी उस बैठक में मौजूद रही।

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सचिन पायलट अड़े थे
कहा जा रहा है कि राजस्थान में सचिन पायलट सीएम पद के लिये अड़े थे, खुद सोनिया गांधी ने उनसे बात कर मनाने की कोशिश की , जिसके बाद उन्होने कहा कि प्रदेश के कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिये मैंने खूब मेहनत की है, अगर मेरी जगह किसी और को सत्ता दी गई, तो कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता में गलत संदेश जाएगा, इसलिये सोच विचार कर फैसला करें।

गांधी परिवार की 3 पीढियों के साथ काम किया
अशोक गहलोत 1998 और 2008 में राजस्थान के सीएम रह चुके हैं, छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाले गहलोत ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 26 साल की उम्र में 1977 में लड़ा था, तब वो हार गये थे, लेकिन 1980 में कांग्रेस के विघटन के समय संजय गांधी ने गहलोत को टिकट दिया और वो जोधपुर से सांसद बन गये , इंदिरा गांधी ने उन्हें सांसद बनते ही युवा कोटे से केन्द्रीय मंत्री बनाया, अशोक गहलोत राजीव गांधी के भी खास रहे हैं, साल 1985 में सिर्फ 34 साल की उम्र में राजीव गांधी ने उन्हें राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष बनाकर सबको चौंका दिया था, गांधी परिवार के तीन पीढियों के साथ वो काम कर चुके हैं।