ममता सरकार को झटका, बीजेपी रथयात्रा को हाई कोर्ट ने दी मंजूरी
पश्चिम बंगाल सरकार के इस तर्क को काटते हुए बीजेपी के वकील एस के कपूर ने कोर्ट में कहा कि रथ यात्रा के लिये इजाजत ना देना सरकार की सोची-समझी रणनीति है।
New Delhi, Dec 20 : कोलकाता हाईकोर्ट ने बीजेपी द्वारा प्रस्तावित रथ यात्रा को मंजूरी दे दी है, हाई कोर्ट के फैसले से ममता सरकार को झटका लगा है, क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार ने बीजेपी पर प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की बात कह कर रथ यात्रा की इजाजत नहीं दी थी, जिससे नाराज बीजेपी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, अब कोर्ट ने फैसला बीजेपी के पक्ष में दिया है।
बिगड़ सकता है माहौल
पश्चिम बंगाल में ममता सरकार ने कोलकाता हाई कोर्ट में दलील दी थी कि बीजेपी की रथ यात्रा से सूबे की शांति और सौहार्द बिगड़ सकता है, इसलिये उन्होने बीजेपी को रथ यात्रा निकालने की परमिशन नहीं दी, इसके साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार ने ये भी दावा किया कि उन्हें खुफिया रिपोर्ट से जानकारी मिली है, बीजेपी अगर रथ यात्रा लेकर निकली, तो प्रदेश की शांति व्यवस्था भंग हो सकती है।
परमिशन ना देना पूर्व नियोजित
पश्चिम बंगाल सरकार के इस तर्क को काटते हुए बीजेपी के वकील एस के कपूर ने कोर्ट में कहा कि रथ यात्रा के लिये इजाजत ना देना सरकार की सोची-समझी रणनीति है, इसके पीछे दूसरा कोई आधार नहीं था, बीजेपी के वकील ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार कहती है कि वो एक राजनैतिक रैली करने की इजाजत नहीं देंगी।
गणतंत्र बचाओ यात्रा
आपको बता दें कि बीजेपी की गणतंत्र बचाओ यात्री की तीन तारीखें पहले ही घोषित कर दी गई है, इसकी शुरुआत 22 दिसंबर को बिहार से होगी, फिर 24 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के काकद्वीप से होते हुए 26 दिसंबर को बीरभूम जिले के तारपीठ से निकलेगी। आपको बता दें कि 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं, उससे पहले लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तैयारी में जुटी हुई है।
कोर्ट के फैसले से खुशी
कोर्ट के फैसले के बाद खुशी जाहिर करते हुए बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हमें हमेशा से न्याय व्यवस्था पर विश्वास है, कोलकाता हाई कोर्ट के फैसले ने अत्याचारी सरकार को करारा तमाचा जड़ा है, उन्होने ये भी कहा कि अभी फिलहाल इस पर फैसला नहीं हो पाया है, लेकिन उम्मीद है कि पीएम मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी इस रथ यात्रा में हिस्सा लेंगे।