CM के ड्रीम प्रोजेक्ट की उड़ी धज्ज्यिां, निरीक्षण करने आए निदेशक से रो-रोकर बोलीं छात्राएं, प्रिंसिपल हमारे साथ ऐसा करता है
हरियाणा के रोहतक से आई है एक परेशान करने वाली खबर । स्कूलों में छात्राओं को कैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है उसे सुनकर निरीक्षण करने आए निदेशक के भी होश उड़ गए ।
New Delhi, Dec 24 : हरियाणा में सीएम मनोहर लाल खट्टर की ओर से कई ऐसे प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं जिनमें स्कूलों में बेटियों के लिए सुरक्षित माहौल और उनके विकास के लिए आवश्यक उपक्रम चलाए जा रहे हैं । ऐसे ही एक कार्यक्रम के तरत सीएम के ड्रीम प्रोजक्ट के डायरेक्टर स्कूल में निरीक्षण के लिए । छात्राओं से जब उन्होने बात की तो उनकी आपबीती सुनकर निदेशक के भी पैरों तले से जमीन खिसक गई ।
रोहतक का मामला
मामला हरियाणा के रोहतक का है । जहां के एक निजी स्कूल में छत्राओं ने प्रिंसिपल पर गंभीरआराप लगाए हैं । छात्राओं के मुताबिक परीक्षा में उनके नंबर बढ़ाने के लिए प्रिंसिपल उनसे छेड़छाड़ करता है । निदेशक को ये बातें बताते हुए छात्राएं फूट-फूटकर रो पड़ीं । छात्राओं से ऐसी बातें सुनकर निदेशक ने फौरन आरोपी प्रिंसिपल को बुलाया । छात्राओं ने उसकी पहचान की और इसके बाद शिकायत दर्ज कराकर प्रिंसिपल को तत्काल पुलिस के हवाले कर दिया गया ।
स्कूल में छेड़छाड़, शर्मनाक
दरअसल सीएम प्रोजेक्ट के डायरेक्टर हिसार रोड स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पहुंचे थे । मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट एक और सुधार कार्यक्रम के तहत डायरेक्टर रोकी मित्तल चंडीगढ़ से झज्जर होते हुए रोहतक पहुंचे थे । रोकी मित्तल के अनुसार सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत छात्राओं की सुरक्षा के लिए सीधे बेटियों से बातचीत करने वे रोहतक आए थे । स्कूल में छात्राओं की बाते सभी को झकझोर देने वाली हैं।
पुलिस करेगी मामला दर्ज
बताया जा रहा है कि आरोपित प्रिंसिपल शास्त्री नगर के एक निजी स्कूल में पढ़ाता है । पीडि़त छात्राएं पहले इसी स्कूल में पढ़ती थीं । उस दौरान उनसे हुई छेड़छाड़ की शिकायत उन्होंने डायरेक्टर मित्तल से की । सिटी थाने के इंस्पेक्टर जगबीर सिंह के मुताबिक छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला संज्ञान में आया है । शिकायत मिलते ही पर मामला दर्ज किया जाएगा । वहीं आरोपी प्रिंसिपल को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ की जा रही है।
बेटियों की सुरक्षा पर सवाल
सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट एक और सुधार के तहत अब तक प्रदेश के 16 जिलों में निरीक्षण किया जा चुका है । स्कूलों में बलिकाओं को सुरक्षित महौल देने की कवायद के चलते विद्यालयों में इन बातों का खास ख्याल रखा जा रहा है । जाहिर है स्कूल में छात्राओं का इस तरह से शोषण अक्षम्य अपराध है । वो भी स्कूल के प्रिंसिपल का इसमें लिप्त होना कई सवाल खड़े करता है ।