2018 का सबसे चर्चित केस, सवा 4 घंटे तक बेटी के शव को काटती रही ‘किलर मदर’

मीनू ने बेटी के शव को दो टुकड़ों में काट दिया था, साथ ही शव को चादर में लपेट रस्सी से बांध दिया था।

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New Delhi, Dec 26 : 2018 समाप्त होने पर है, इस साल 06 फरवरी को देवभूमि उत्तराखंड की वादियों में एक ऐसा मर्डर हुआ था, जिसने हर किसी के मन में खौफ भर दिया, इस घटना की जांच करने वाले अधिकारी भी सन्न रह गये थे, कि कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है, इस हत्याकांड ने मां की ममता को भी तार-तार कर दिया था। देहरादून में एक सौतेली मां ने बेटी को दो टुकड़ों में काटकर उसके शव को 3 दिन तक बाथरुम में छुपाये रखा था, आइये विस्तार से बताते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या था।

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पिता की हो चुकी थी मौत
देहरादून कोतवाली के अंसारी रोड निवासी इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज रहे स्व. इंद्रपाल सिंह की पोती प्राप्ति सिंह (24 साल) सौतेली मां मीनू कौर के साथ रहती थी, प्राप्ति के पिता अजित सिंह का साल 2016 में निधन हो गया था, घर में आये दिन मां-बेटी में छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा होता रहता था, 8 फरवरी को मीनू कौर ने पटेलनगर थाने में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, कि 7 फरवरी को बेटी प्राप्ति दिल्ली के लिये बस से निकली थी, रास्ते में 2 बार बात भी हुई, लेकिन उसके बाद उसका कुछ पता नहीं चल रहा, फोन भी बंद है, जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी।

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बाथरुम से लाश बरामद
पुलिस ने जब मामले में पड़ोसियों और रिश्तेदारों से पूछताछ की, तो शक की सूई मां मीनू कौर पर पहुंची, इस दौरान पुलिस को गुमराह करने के लिये मीनू ने कोई कसर नहीं छोड़ा। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो वो टूट गई, जब इंस्पेक्टर उसे लेकर कोठी पर पहुंचे, तो बाथरुम के पीछे बनी गैलरी में छिपाई गई प्राप्ति सिंह की लाश बरामद की गई।

लाश के दो टुकड़े कर दिये थे
मीनू ने बेटी के शव को दो टुकड़ों में काट दिया था, साथ ही शव को चादर में लपेट रस्सी से बांध दिया था, मौके पर ही खून से सनी ईंट, खुखरी के अलावा खून लगा तकिया और दूसरे सामान बरामद किये गये, हालांकि तीन दिन बीत जाने की वजह से कमरे का पूरा खून साफ कर दिया गया था, सौतेली बेटी को लेकर मीनू के दिल में कितनी नफरत थी, इसका अंदाजा वारदात के तरीके से लगाया जा सकता था।

ऐसे की हत्या
मीनू ने पुलिस को बताया कि 6 फरवरी की रात करीब दस बजे मां-बेटी में झगड़ा हुआ, फिर प्राप्ति सोने के लिये चली गई, रात करीब डेढ बजे मीनू ने प्राप्ति के कनपटी पर ईंट से प्रहार किया, जिससे वो बेहोश हो गई, इसके बाद खुखरी से उसकी गर्दन काट दी, सौतेली मां इतने में भी नहीं रुकी, वो लाश को खींचकर बाथरुम ले गई, वहां सवा चार घंटे तक उसकी लाश काटती रही, तब तक सुबह हो चुका था, जिसके बाद शव के दोनों टुकड़ों को चद्दर में लपेट रस्सी से बांध दी, और बाथरुम के पास बनी गैलरी में रख दिया, 7 फरवरी की सुबह से ही वो सामान्य रहने की कोशिश करने लगी।