वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार 2019 का पूरा हाल, नौकरी, व्‍यापार, धन-संपत्ति से जुड़ी जानकारी राशिनुसार

पढ़ें 12 राशियों का राशिफल, वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार आने वाला साल कुछ राशियों के लिए कठिन समय लेकर आ रहा है तो वहीं कुछ के लिए जीवन बहुत ही सरल होने वाला है । आगे पढ़ें और जानें पूरा वर्षफल ।

New Delhi, Dec 28 : मेष राशिफल- वैदिक ज्योतिष के अनुसार मेष राशि का चिह्न आपकी राशि का स्वामी मंगल 12 जुलाई से 22 अक्टूबर के मध्य अस्त रहेगा। इस दौरान आपको कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए और इस दौरान विशेष रूप से भावावेश में आकर कोई कार्य न करें। भाग्य स्थान का स्वामी बृहस्पति 30 मार्च से 22 अप्रैल के मध्य और उसके बाद 5 नवंबर से आपके भाग्य स्थान में आकर आप को समर्थन देगा और आपके भाग्य की वृद्धि होगी। 16 जुलाई को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण और 26 दिसंबर को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण आपकी राशि के लिए अधिक शुभ नहीं है। इसके परिणाम स्वरूप आपके पिता के स्वास्थ्य और करियर पर कुछ प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए मन लगाकर कार्य करें और पिताजी की सेहत का ध्यान रखें। इस वर्ष आपको करियर में मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। आप अपने उत्कृष्ट प्रयासों से उन्नति करेंगे। साल की शुरुआत से ही आप अपने कार्य में जमकर मेहनत करेंगे जिसका आगे चलकर आपको लाभ मिलेगा।

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वृषभ राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार वृषभ राशि का चिह्न शनि आपकी राशि से अष्टम भाव में रहेंगे इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कार्यक्षेत्र में मेहनत करते रहने के अनुकूल परिणाम आने वाले समय में अवश्य प्राप्त होंगे। 16 जुलाई का चंद्र ग्रहण आपके लिए शुभ फलदायक रहेगा और आपको प्रत्येक क्षेत्र में सफलता मिलेगी। वहीं 26 दिसंबर का सूर्य ग्रहण आपके लिए अच्छा नहीं रहेगा और मानसिक चिंताओं को बढ़ाने वाला सिद्ध होगा। आपकी राशि का स्वामी शुक्र 16 अप्रैल से 10 मई के मध्य 11 वे भाव में गोचर करेगा जो आपके लिए अनेक प्रकार की सुख सुविधाओं और आमदनी को बढ़ाने वाला सिद्ध होगा। इसके अतिरिक्त आपके जीवन में प्रेम और रोमांस का संचार होगा। 9 जुलाई से 19 सितंबर के मध्य शुक्र के अस्त रहने पर स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वृषभ राशिफल के अनुसार इस वर्ष आपका स्वास्थ्य जीवन थोड़ा कमज़ोर रह सकता है, इसलिए इस वर्ष सेहत के प्रति आपको अधिक गंभीर रहने की आवश्यकता होगी। इस वर्ष के शुरुआती दौर में करियर में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। करियर में उतार-चढ़ाव की परिस्थितियाँ आएंगी और अच्छे परिणामों को पाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।

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मिथुन राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मिथुन राशि का चिह्न वैदिक ज्योतिष के अनुसार मिथुन राशि का चिह्न शनि का गोचर आपके सप्तम भाव में रहने से दांपत्य जीवन में कुछ तनाव बना रह सकता है लेकिन 30 मार्च से बृहस्पति का गोचर सप्तम भाव में होने से इस स्थिति में कुछ सुधार होगा और जो लोग अविवाहित हैं उनके विवाह के योग बनेंगे साथ ही व्यवसायिक साझेदारी से लाभ होगा । 17 अगस्त को सूर्य का सिंह में होने वाला गोचर जीवन में सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा और आपको अपने कार्य वक्री रहेगा। इसके बाद 8 जुलाई से 1 अगस्त और 31 अक्टूबर से 21 नवंबर के मध्य भी बुध का वक्री गोचर होगा। इस दौरान आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा अन्यथा रिश्तों और कार्यों में बाधा उत्पन्न होगी और आपके व्यवसाय में हानि हो सकती है। 16 जुलाई का चंद्र ग्रहण आपके लिए शुभ फलदाई सिद्ध होगा।

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कर्क राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार कर्क राशि का चिह्न आपकी राशि के लिए शनि का गोचर छठे भाव में रहेगा जिसके कारण प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी और आप अपने विरोधियों पर हावी रहेंगे। 30 मार्च को बृहस्पति के इसी भाव में आने के बाद आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है और आप सामाजिक सरोकार के कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। ग्रहों की स्थिति आपके दांपत्य जीवन में तनाव बनाए रखेगी लेकिन अपनी समझ बूझ के चलते आप हर समस्या का समाधान प्राप्त कर लेंगे। वर्ष की शुरुआत से 30 मार्च तक का समय शुभ रहेगा और इसके बाद 22 अप्रैल से 5 नवंबर के मध्य हुई आपके काम बनेंगे। विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी और संतान प्राप्ति के इच्छुक दंपतियों की इच्छा पूरी होगी।

सिंह राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार सिंह राशि का चिह्न आपकी राशि का स्वामी सूर्य 14 अप्रैल को मेष राशि में प्रवेश करेगा। इस दौरान आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी और उच्च शिक्षा प्राप्ति की कामना रखने वाले लोगों को सफलता मिलेगी। हालांकि इस समय में आपके पिताजी का स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है अथवा आपसे उनके संबंधों में खटास आ सकती है। 16 दिसंबर से सूर्य का गोचर धनु राशि में शनि के ऊपर होने से आपके अंदर इरिटेशन बढ़ेगी और स्वास्थ्य की समस्याएं आपको परेशान कर सकते हैं। दिसंबर में सूर्य ग्रहण पड़ेगा जो कि आपकी राशि का स्वामी है इसलिए आपको किसी भी प्रकार के वाद-विवाद से बचना चाहिए और किसी षड्यंत्र में पड़ने से भी बचना चाहिए अन्यथा मानहानि की संभावना हो सकती है।

कन्या राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार कन्या राशि का चिह्न कन्या राशि के जातकों को 30 मार्च से 22 अप्रैल के मध्य कोई खुशख़बरी मिलेगी। इस दौरान आपको अपना घर प्राप्त होने के भी अच्छे योग हैं। 5 नवंबर के बाद जो लोग विदेश में रहते हैं उनके घर लौटने की आस जगेगी। परिवार को समय देंगे और माता पिता का सम्मान करेंगे। जुलाई के महीने में लगने वाला चंद्र ग्रहण आपके लिए अच्छे परिणामों की ओर इशारा कर रहा है। आपके करियर में तरक्की मिलेगी और पदोन्नति होने की अच्छी संभावना बनेगी। वहीं दूसरी ओर दिसंबर का सूर्य ग्रहण आपको परेशान कर सकता है और इस दौरान आपको अपने काम में पूर्ण रुप से ध्यान लगाना होगा अन्य जरा अन्यथा जरा सी चूक आपको बड़ी परेशानी में डाल सकती है।

तुला राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार तुला राशि का चिह्न तुला राशि का स्वामी शुक्र वर्ष की शुरुआत में ही 1 जनवरी को वृश्चिक राशि में गोचर करेगा इस दौरान आपके परिवार में कोई शुभ कार्य फंक्शन आदि होने की संभावना होगी जिससे घर के सभी सदस्य प्रसन्न रहेंगे। 9 जुलाई से 19 सितंबर के मध्य कोई भी शुभ कार्य ना करें क्योंकि इन में परेशानी आ सकती है और आपका स्वास्थ्य भी कमजोर है सकता है। जनवरी से मार्च के अंत तक और उसके बाद 22 अप्रैल से 5 नवंबर के मध्य अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें क्योंकि अत्यधिक वसा युक्त भोजन आपको मोटापे का शिकार बना सकता है। 10 मई को शुक्र मेष राशि में प्रवेश करेगा इस दौरान आपके दांपत्य जीवन में बाहर आएगी और आप अपने जीवन साथी के साथ सुख भरे पलों का आनंद लेंगे।

वृश्चिक राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार वृश्चिक राशि का चिह्न 6 फरवरी को राशि का स्वामी मंगल मेष राशि में प्रवेश करेगा जोकि मंगल की मूल त्रिकोण राशि है। इसके परिणाम स्वरूप आपको मुक़दमे और कोर्ट कचहरी से संबंधित मामलों में विजय मिलेगी तथा आप अपने शत्रुओं का मानमर्दन करेंगे। लेकिन दूसरी ओर इस दौरान आपकी सेहत थोड़ी कमजोर रह सकती है। 9 अगस्त को मंगल आपके दशम भाव में प्रवेश करेंगे और इस दौरान आपके कार्य क्षेत्र में तरक्की आपको प्राप्त होगी और आपके अधिकार क्षेत्र में वृद्धि होगी। शनि का गोचर आपके दूसरे भाव में रहने से वाणी में कुछ कड़वाहट रह सकती है। इसलिए किसी से भी सोच समझकर बोलना बेहतर होगा। वर्ष की शुरुआत में गुरु का गोचर राशि में रहने से आपके निर्णयों में दूरदर्शिता की झलक मिलेगी और यही निर्णय आपके भविष्य में उत्थान का कारण बनेंगे।

धनु राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार धनु राशि का चिह्न इस वर्ष आपकी राशि में दोनों ग्रहण पड़ेंगे जिस कारण जहां एक और आप मानसिक रूप से परेशान रह सकते हैं वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य कष्ट होने की संभावना है। आपकी राशि का स्वामी बृहस्पति 30 मार्च से 22 अप्रैल तक और उसके बाद 5 नवंबर से वर्ष पर्यंत आपकी राशि में रहने से आपकी सभी समस्याओं को दूर करेगा। स्वास्थ्य को लेकर चली आ रही समस्याएं दूर होंगी और आपके कार्य में सफलता मिलेगी। 10 अप्रैल से 11 अगस्त तक बृहस्पति के वक्री रहने से और 14 दिसंबर से अस्त होने के कारण आपको बृहस्पति का प्रभाव नहीं मिल पाएगा जिसके कारण आपको अधिक परिश्रम करना पड़ेगा।

मकर राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मकर राशि का चिह्न आपकी राशि का स्वामी शनि वर्ष पर्यंत बारहवें घर में गोचर करेगा जिसके परिणामस्वरुप आप पर साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। इसके कारण आप के स्वास्थ्य की स्थिति कमजोर बनी रह सकती है। इसके साथ ही ख़र्चों में भी वृद्धि उस रहने से आप मानसिक और आर्थिक रूप से कुछ परेशान रह सकते हैं। लेकिन विदेशी स्रोतों से आमदनी में भी इज़ाफा होगा तथा धार्मिक कार्यों में आपको खूब मन लगेगा। वर्ष की शुरुआत में 20 जनवरी तक और उसके बाद 27 दिसंबर के बाद शनि अस्त रहेगा जिस दौरान इसके प्रभाव में कुछ कमी आएगी। वहीं 30 अप्रैल से 18 सितंबर के मध्य शनि के वक्री होने से आपकी आमदनी में इज़ाफा होगा और खर्चो में कटौती होगी। इस दौरान काफी लंबे समय से अटकी हुई आपकी इच्छाएं पूरी होने से मन प्रसन्न होगा। जनवरी से 30 मार्च और 22 अप्रैल से 5 नवंबर के मध्य बृहस्पति का गोचर उत्तम धन लाभ का योग बना रहा है। जुलाई में पड़ने वाले चंद्र ग्रहण का प्रभाव आपकी राशि पर भी होगा जिस कारण स्वास्थ्य कष्ट बढ़ सकता है।

कुम्भ राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुम्भ राशि का चिह्न इस वर्ष आपका राशि स्वामी ग्यारहवें भाव में संचार करेगा जिसके कारण दीर्घावधि के लाभ होंगे और आपकी योजनाएं सफल होंगी। अप्रैल से सितंबर के मध्य आपको कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करनी होगी जिसका उचित प्रतिफल आपको किस समय के बाद अवश्य प्राप्त होगा। 22 मार्च से शुक्र का गोचर कुंभ राशि में होने से आपको विभिन्न प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी और भाग्य का साथ मिलेगा। 16 जुलाई का चंद्र ग्रहण आपके लिए खुशख़बरी लेकर आएगा और जिस क्षेत्र में भी आप प्रयास करेंगे उसी क्षेत्र में आपको कामयाबी हाथ लगेगी। गुरु बृहस्पति 30 मार्च के बाद धनु राशि में प्रवेश करेंगे और आपके लिए एक से अधिक स्रोतों से आय का साधन उपलब्ध कराएँगे। इस दौरान संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले लोगों को खुशख़बरी मिल सकती है। जिनका विवाह लंबे समय से अटका हुआ है उनको इस साल विवाह बंधन में बंधने का मौका मिल सकता है।

मीन राशिफल
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मीन राशि का चिह्न आपकी राशि के स्वामी बृहस्पति देव 30 मार्च तक आपके नवम भाव में रहकर आपके भाग्य में वृद्धि करेंगे और उसके बाद दशम भाव में आने के बाद कार्य क्षेत्र में थोड़ी सी स्थिति कठिन हो सकती है। शनि देव का गोचर दशम भाव में होने से इस वर्ष आपको अधिक मेहनत करनी होगी। हालांकि इस मेहनत का परिणाम आपको अवश्य मिलेगा लेकिन आपको अपने कार्य के प्रति पूरी ईमानदारी बरतनी होगी। जुलाई के मध्य में पड़ने वाला चंद्र ग्रहण आपके लिए शुभ फलदायक होगा। 10 नवंबर से मंगल का गोचर अष्टम भाव में होगा जो आपके स्वास्थ्य के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। इसके बाद 25 दिसंबर को वृश्चिक राशि में मंगल के प्रवेश करने के साथ ही आपके कार्यों में सफलता मिलने प्रारंभ हो जाएगी।
(astrosage.com)