मां की फटकार से संवर गई जसप्रीत बुमराह की जिंदगी, ऐसे बनें यॉर्कर स्पेशलिस्ट
मेलबर्न में जसप्रीत बुमराह ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है, वो डेब्यू साल में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज बन गये हैं।
New Delhi, Dec 29 : टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेला जा रहा है, भारत जीत से मात्र दो कदम दूर है, इस मुकाबले में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाजी से इतिहास रच दिया, टीम इंडिया के इस गेंदबाज को इस मुकाबले का हीरो कहा जा रहा है, दायें हाथ के तेज गेंदबाज ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कंगारुओं की हालत पस्त कर दी।
कंगारुओं ने टेक दिये घुटने
तेज गेंदबाज बुमराह ने शुक्रवार को कंगारुओं के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी की, उन्होने पहली पारी में सिर्फ 33 रन देकर 6 विकेट हासिल किये, उनकी धारदार यार्कर के साथ कंगारु बल्लेबाज घुटने पर नजर आये, उनकी कहर बरपाती गेंदों का असर यूं रहा कि ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में सिर्फ 151 रनों पर ही सिमट गई। तेज गेंदबाज को डेथ ओवर स्पेशलिस्ट कहा जाता है, लेकिन कम ही लोगों को पता है कि उनके अंदर यॉर्कर गेंदबाजी करने का खास हुनर कहां से आया, आइये हम आपको बताते हैं।
छत पर करते थे प्रैक्टिस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब बुमराह 12 साल के थे, तो गर्मियों की दोपहर में वो घर से बाहर खेलने के लिये जाना चाहते थे, लेकिन मां उन्हें जाने नहीं देती थी, तो वो छत पर ही बॉलिंग प्रैक्टिस करते थे, जब जो प्रैक्टिस करते थे, तो काफी आवाज होती थी, जिससे मां की नींद खराब होती थी, तो मां ने उनसे कहा कि छत पर वो इसी शर्त से खेल सकते हैं कि गेंद की आवाज से परेशानी ना हो।
यॉर्कर डालने की कोशिश
जिसके बाद जसप्रीत ने नायाब तरीका ढूंढ निकाला, वो गेंद का टिप्पा उस जगह पर मारने लगे, जहां फर्श और दीवार का निचला हिस्सा आपस में मिलता था, ताकि आवाज कम हो। इसी से उन्हें यॉर्कर फेंकने की आदत हो गई, इसके बाद मुंबई इंडियंस में आने के बाद उन्होने अपने यॉर्कर फेंकने की आदत को और तराशा, मलिंगा ने उन्हें यॉर्कर और स्लोअर यार्कर के बारे में बताया, जिसकी वजह से वो बड़े गेंदबाज बन गये हैं।
बुमराह ने बनाया बड़ा रिकॉर्ड
आपको बता दें कि मेलबर्न में बुमराह ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है, वो डेब्यू साल में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज बन गये हैं, तीस साल से ये रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के गेंदबाज कर्टनी एम्ब्रोस (42 विकेट, साल 1988 ) के नाम था, अब बुमराह ने 47 विकेट हासिल कर इसे अपने नाम कर लिया है।