2019 में नरेन्द्र मोदी फिर बनेंगे प्रधानमंत्री? जानिये, क्या कहते हैं उनके ग्रह-नक्षत्र

ज्योतिषी के अनुसार कुछ विशेष तथ्य वर्तमान में नरेन्द्र मोदी की पत्री में चंद्रमा की महादशा में बुध की अंतर और शनि की प्रत्यनंतर दशा चल रही है।

New Delhi, Jan 01 : नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को सुबह 11 बजे गुजरात में हुआ था, वो वृश्चिक राशि के हैं, जिनका स्वामी मंगल काफी बलवान स्थिति में है, वृश्चिक का मंगल उनकी कुंडली में शत्रुहंता योग बना रहे हैं, यानी जिसके विरोधी या शत्रु कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे, खास बात ये है कि उनका जो भी विरोध करेगा, उसके अस्तित्व पर ग्रहन लग जाएगा। आइये आपको बताते हैं कि ग्रह नक्षत्र के अनुसार नरेन्द्र मोदी 2019 में दुबारा पीएम बन पाएंगे या नहीं।

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ज्योतिषीय विश्लेषण
ज्योतिषी के अनुसार कुछ विशेष तथ्य वर्तमान में नरेन्द्र मोदी की पत्री में चंद्रमा की महादशा में बुध की अंतर और शनि की प्रत्यनंतर दशा चल रही है, चंद्रमा भाग्येश होकर नीचभंग राजयोग बना रहा है, लग्न में मंगल के साथ चंद्रमा की युति है, नरेन्द्र मोदी जब तक खुद के विवेद के अनुसार फैसले लेते रहेंगे, तब तक सबकुछ अच्छा चलता रहेगा, जैसे ही किसी के बहकावे में आकर कोई फैसला लेंगे, तो उनकी छवि धूमिल हो सकती है। शनि की स्थिति उत्तम है, उनकी लोकप्रियता बनी रहेगी।

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चंद्रमा में केतु का अंतर
27 फरवरी 2019 से चंद्रमा में केतु का अंतर शुरु हो जाएगा, जो 28 सितंबर 2019 तक चलेगा, केतू आपकी कुंडली में लाभ भाव में बुध के साथ बैठा है, केतू की पंचम दृष्टि जनता के संकेतम भाव पंचम पर पड़ रही है, मालूम हो कि केतू एक अशुभ ग्रह माना जाता है। जिसकी जिस स्थान पर दृष्टि पड़ती है, वहां हानि होती है, चंद्रमा भाग्य भाव का स्वामी होकर लग्न में नीच होकर बैठा है, चंद्रमा शुभ ग्रह माना जाता है, मोदी की राशि पर शनि की साढेसाती चल रही है, ये उनके लिये कष्टकारी हो सकता है।

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मैत्रीपूर्ण संबंधों से मिलेगा लाभ
नरेन्द्र मोदी को विशिष्ट व्यक्तियों से मैत्रीपूर्ण संबंधों का लाभ मिलेगा, राजनैतिक सफलता का ग्राफ ऊंचा जाएगा, विदेशों में नये संबंध उनके लिये लाभप्रद होंगे, लेकिन भारी कर्ज और विदेशी सहायता से बचना होगा, नहीं तो हानि हो सकती है, बुध और चंद्रमा मित्र है, विपक्षी और विरोधी प्रभावी होकर नई योजनाओं में अड़ंगा डालेंगे, परियोजनाओं की सफलता के लिये उन्हें ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।

दूसरी बार बन सकते हैं प्रधानमंत्री
ज्योतिषी के अनुसार सभी ग्रहों के संकेतों को मिलकर निष्कर्ष ये निकलता है कि आगामी लोकसभा चुनाव मोदी के लिये कठिन संघर्षों भरा होगा, लेकिन केतू कुंडली के लाभ भाव में बैठा है, यानी उनका झंडा एक बार फिर से बुलंद हो सकता है, 17वीं लोकसभा को चुनाव अप्रैल मई में होने के आसार हैं, ज्योतिषी तथ्यों के आधार पर दावा किया जा रहा है कि एक बार फिर से मोदी देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं।

(नोट- इंडिया स्पीक ऐसा कोई दावा नहीं करता है, ये ज्योतिषी दावा एक लीडिग वेवसाइट का है, उसके आधार पर ये निष्कर्ष निकाला गया है)