पश्चिम बंगाल बीजेपी चीफ के बयान से पार्टी में हड़कंप, ममता बनर्जी को लेकर कही ये बात
पश्चिम बंगाल – दिलीप घोष ने कहा कि ज्योति बसु देश के पहले बंगाली पीएम हो सकते थे, लेकिन उनकी पार्टी सीपीआई-एम ने ऐसा होने नहीं दिया।
New Delhi, Jan 06 : पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख ने ऐसा बयान दिया है, जिसने उनकी खुद की पार्टी में हड़कंप मचा दिया है, दरअसल बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष से पीएम उम्मीदवार को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल से कोई प्रधानमंत्री हो सकता है, तो वो टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी हैं, उनके इस बयान के बाद बीजेपी के दूसरे नेता काफी असहज नजर आ रहे हैं।
दिलीप घोष ने क्या कहा
पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख ने कहा कि अगर बंगाल से कोई पीएम उम्मीदवार चुना जाए, तो टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की काफी अच्छी संभावनाएं हैं, वो देश का अगला पीएम बनने का सपना भी देख रहे हैं, उन्होने आगे बोलते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि वो फिट रहें, ताकि अच्छा काम कर सकें, लेकिन सच्चाई ये है कि पीएम नरेन्द्र मोदी एक बार फिर 2019 में प्रधानमंत्री बनेंगे।
ममता बनर्जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं
आपको बता दें कि दिलीप घोष ममता बनर्जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे थे, उन्होने कहा कि उनकी अच्छी सेहत और जिंदगी में कामयाबी की दुआ करते हैं, क्योंकि हमारे प्रदेश का भविष्य उनकी सफलता पर निर्भर करता है। जब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को लगा कि उनके बयान से विवाद खड़ा हो सकता है, तो उन्होने मामले को संभालते हुए कहा कि वो ममता बनर्जी के जन्मदिन के मौके पर खराब बातें नहीं कहना चाहते हैं।
ममता बनर्जी ने प्रणब दा को रोका
दिलीप घोष ने कहा कि ज्योति बसु देश के पहले बंगाली पीएम हो सकते थे, लेकिन उनकी पार्टी सीपीआई-एम ने ऐसा होने नहीं दिया, अगर बंगाल से किसी को प्रधानमंत्री पद के लिये चुना जाएगा, तो ममता बनर्जी हर किसी की पहली पसंद हो सकती है, दिलीप घोष ने राष्ट्रपति पद के लिये प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी रोकने पर ममता दीदी की आलोचना भी की, उन्होने कहा कि लोग इस बात को याद रखेंगे, कि आखिर कैसे ममता बनर्जी ने प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी रोकने की कोशिश की थी।
दूसरे नेता बोलने से बच रहे
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा से जब दिलीप घोष के बयान पर प्रतक्रिया मांगी गई, तो उन्होने इस पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया, सूत्रों का दावा है कि दिल्ली में बैठे नेताओं ने दिलीप घोष के इस बयान पर उनसे सफाई मांगी है।