सीडी की वजह से हुई थी भंवरी की हत्या, एमएलए-मंत्री काट रहे सजा, तो सीएम पर भी पड़े थे छींटे

भंवरी के रिश्ते कांग्रेस विधायक मलखान सिंह से भी थे, जिससे भंवरी को एक बेटी भी पैदा हुई थी, जिसके लिये वो लगातार हक मांगती थी।

New Delhi, Jan 07 : राजस्थान के भंवरी देवी किडनैपिंग और मर्डर केस में आज एससी-एसटी कोर्ट में सुनवाई होगी, आपको बता दें कि 7 साल पहले 2011 में इस राजस्थानी लोकगायिका और पेशेवर नर्स के हत्याकांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था, राजनैतिक गलियारों में चुनावी हलचल के साथ ही इस हत्याकांड का जिन्न एक बार फिर से बोतल से बाहर निकल चुका है, आइये आपको बताते हैं कि ये बहुचर्चित मामला क्या था।

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क्या था भंवरी देवी हत्याकांड
साल 2011 में राजस्थान की नर्स और लोकगायिका भंवरी अचानक गायब हो गई, बाद में कहा गया कि उसकी हत्या कर दी गई, मामले में राजस्थान के तत्कालीन मंत्री महिपाल मदेरणा और कांग्रेस एमएलए मलखान सिंह बिश्नोई पर आरोप लगे, बाद में मामले ने जब तूल पकड़ा, तो सीबीआई जांच के आदेश दिये गये। जोधपुर में सीबीआई की विशेष अदालत में जांच एजेंसी ने मदेरणा और मलखान सिंह समेत 17 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें इन अभियुक्तों के खिलाफ हत्या समेत कई आरोप लगाये गये थे, करीब सौ पेज के आरोप पत्र को तैयार करने में सीबीआई ने तीन सौ से ज्यादा गवाहों के बयान लिये थे।

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सीडी ने मचा दिया था तहलका
मामले ने तब तूल पकड़ा, जब नर्स भंवरी देवी के पति अमरचंद ने 20 सितंबर 2011 को पुलिस में रिपोर्ट लिखाई कि उसकी बीवी पिछले बीस दिनों से लापता है, भंवरी के पति ने महिपाल मदेरणा के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई, पुलिस ने 2 दिसंबर को मदेरणा और फिर मलखान सिंह को गिरफ्तार किया, तब से दोनों जेल में बंद हैं। भंवरी के गायब होने के कुछ दिनों बाद ही एक सीडी सामने आई, जिसमें मदेरणा और भंवरी आपत्तिजनक स्थिति में थे, कहा जाता है कि भंवरी और मदेरणा के संबंध थे, इन तस्वीरों के जरिये भंवरी राजस्थान के मंत्री महिपाल मदेरणा को ब्लैकमेल करती थी।

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मलखान से भी संबंध
भंवरी के रिश्ते कांग्रेस विधायक मलखान सिंह से भी थे, जिससे भंवरी को एक बेटी भी पैदा हुई थी, जिसके लिये वो लगातार हक मांगती थी, सीडी ने राजस्थान की सियासत को हिला कर रख दिया था, दरअसल सीडी बनवाने का आइडिया मलखान की बहन इंद्रा का था, इंद्रा महिला एवं बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर के पद पर तैनात थी और भंवरी के करीबी दोस्तों में शामिल थी, इंद्रा सीडी की वजह से मदेरणा को ब्लैकमेल करना चाहती थी और उसे मंत्री पद से हटाकर अपने भाई मलखान सिंह को मंत्री बनाना चाहती थी, लेकिन भंवरी ने मलखान सिंह का भी सीडी बना लिया था।

अपहरण के बाद हत्या
कहा जाता है कि इसी सीडी की वजह से भंवरी की हत्या हुई, सीडी हथियाने के लिये विश्नाराम गैंग ने भंवरी का अपहरण किया, गैंग ने सीडी के लिये भंवरी को टॉर्चर करना शुरु किया, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया, इस बीच गैंग भंवरी को दूसरे स्थान पर ले जा रही थी, तभी उसने हल्ला मचाने की कोशिश की, आवाज दबाने के लिये गैंग के लोगों ने भंवरी का गला दबाया, जिसमें भंवरी देवी की मौत हो गई, जिसके बाद लाश को पूरी तरह से जला दिया गया और राख को सड़क पर फेंक दिया गया।

मदेरणा को ब्लैकमेल कर रही थी भंवरी
रिपोर्ट के अनुसार इस सीडी के जरिये भंवरी ने मदेरणा को ब्लैकमेल करते हुए दस लाख रुपये में सौदा तय किया था, बाद में इंद्रा ने ये सौदा 50 लाख में करने का दबाव बनाया, फिलहाल महिपाल मदेरणा पिछले 6 साल से जेल में बंद है, मलखान सिंह भी जेल में बंद है, मारवाड़ में मदेरणा परिवार और बिश्नोई परिवार का काफी प्रभाव है, दोनों राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखते हैं, महिपाल के पिता परसराम राजस्थान विधानसभा के स्पीकर रहे थे, तो मलखान के पिता राम सिंह मंत्री रह चुके हैं।

सीएम पर भी पड़े थे छींटे
जब भंवरी देवी का कांड राजस्थान में हुआ, तब प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ही थे, मामले के छींटे उन तक भी पहुंचे थे, कहा जाता है कि गहलोत इस सीडी के बारे में सबकुछ जानते थे, भंवरी देवी ने खुद सीएम से मुलाकात की थी, जिसके बाद तत्कालीन सीएम ने मदेरणा को सुलह करने की सलाह दी थी।