रोज हो रही बीजेपी-शिवसेना के बीच बैठक, गठबंधन लगभग तय, कांग्रेस-एनसीपी नेताओं की बेचैनी बढ़ी

आने वाले लोकसभा चुनाव में महाराष्‍ट्र को लेकर सभी की सांसें थमी हुई है, बीजेपी शिवसेना की तल्‍खी कम नहीं होगी तो नुकसान दोनों दलों को उठाना पड़ सकता है । ये जानकर ही दोनों दल अब मतभेद भुलाकर गले मिलने की तैयारी में हैं ।

New Delhi, Jan 25 : आपसी मतभेदों को भुलाकर शिवसेना और बीजेपी एक दूसरे से हाथ मिला सकते हैं । आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर दोनों दलों में लगातार बैठके हो रही हैं । सूत्रों के हवाले से खबर है कि राज्‍य में मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फणनवीस की मुहिम अब रंग लाती दिख रही है । बीजेपी और शिवसेना दोनों ही समझौते के काफी करीब पहुंच चुकी हैं । बीजेपी के एक वरिष्‍ठ नेता की ओर से इन खबरों की पुष्टि भी की जा चुकी है, हालांकि अभी समझौता कुछ शर्तों पर अटका हुआ है, लेकिन पार्टी शीर्ष इनसे भी पार पाने की जुगत लगा रहे हैं ।

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दोनों दलों के बीच बातचीत तेज
बीजेपी के नेता ने दोनों दलों के बीच हो रही बातचीत की पुष्टि करते हुए कहा कि कहा, ‘पिछले कुछ   दिनों में बातचीत में काफी प्रगति हुई है लेकिन हम पूरा विवरण नहीं जानते हैं क्‍योंकि केवल मुख्‍यमंत्री बातचीत कर रहे हैं और उन्‍होंने इस बारे में केवल पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह को बताया है। हालांकि हमें जहां तक सूचना मिली है, अब कुछ ही कठिन बिंदु बचे हैं जिन्‍हें सुलझाया जाना बाकी है।’ आपको बता दें बुधवार को ही मेयर  बंगले में शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस के बीच चाय पर चर्चा हुई और अब खबर सकारात्‍मक आती लग रही है ।

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कभी भी हो सकता है गठबंधन का ऐलान
शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को लेकर आ रही इन खबरों को राज्‍य में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील के बयान ने हवा दी है । पटील ने गुरुवार को मंत्रालय में पत्रकारों से बात की और कहा दोनों दलों के बीच रोह ही बैठकें हो रही हैं । अब शिवसेना-बीजेपी गठबंधन का ऐलान कभी भी हो सकता है । जानकारी के अनुसार शिवसेना ने बीजेपी के सामने विधानसभा की 288 सीटों के बराबर-बराबर बंटवारे की शर्त रखी है । जिस पर पार्टी विचार कर रही है ।

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लोकसभा के लिए गठबंधन का ये प्रस्‍ताव
सूत्रों के अनुसार शिवसेना ने लोकसभा चुनाव के लिए 2014 के बंटवारे को ही यथावत रखने का प्रस्ताव दिया है । हालांकि इसमें शिवसेना की एक शर्त यह है कि पालघर की सीट उसे ही दी जाए । वहीं शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने इस बारे में बयान देते हुए कहा कि उन्हें गठबंधन की चर्चा के बारे में कोई जानकारी नहीं । उन्होंने व्‍यंग्‍य मारते हुए कहा कि  ‘जहां कहीं भी और जिस किसी के बीच भी यह चर्चा चल रही है उसे चलने दो। प्रपोजल भेजने और स्वीकारने के लिए शिवसेना कोई मैरिज ब्यूरो है क्या ?’ शिवसेना सेहरा बांधकर किसी के प्रपोजल का इंतजार नहीं कर रही है। हम तो कब का अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं और पार्टी इसकी तैयारी में लगी है।