शिवसेना-बीजेपी साथ लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव, ये होगा सीटों का फॉर्मूला

शिवसेना-बीजेपी का तीस साल पुराना गठबंधन है, जो 2014 विधानसभा चुनाव में टूट गया था, हालांकि दोनों दल मुंबई महापालिका के अलावा महाराष्ट्र और केन्द्र सरकार में साझीदार हैं, फिर भी शिवसेना पिछले एक साल से विपक्ष की तरह बर्ताव कर रही है।

New Delhi, Jan 28 : बीजेपी के सबसे पुरानी सहयोगियों में से एक शिवसेना से संबंध एक बार फिर सुधर रहे हैं, बीजेपी के शीर्षस्थ नेताओं का मानना है कि लोकसभा चुनाव में फिर से दोनों पार्टी एक साथ गठबंधन में आ सकती है, साथ ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ ही कराये जाने के संकेत दिये जा रहे हैं, बीजेपी नेता ने दावा करते हुए कहा कि चुनावी गठबंधन को लेकर बातचीत शुरु हो चुकी है।

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तीस साल पुरानी रिश्ता
शिवसेना-बीजेपी का तीस साल पुराना गठबंधन है, जो 2014 विधानसभा चुनाव में टूट गया था, हालांकि दोनों दल मुंबई महापालिका के अलावा महाराष्ट्र और केन्द्र सरकार में साझीदार हैं, फिर भी शिवसेना पिछले एक साल से विपक्ष की तरह बर्ताव कर रही है। शिवसेना ने ना सिर्फ अगला चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया है, बल्कि उद्धव ठाकरे ने राहुल गांधी के स्लोगन चौकीदार चोर है को एक जनसभा में दोहराया था।

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सीट बंटवारे को लेकर विवाद
आपको बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे में दोनों दलों के बीच विवाद हो गया था, लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद बीजेपी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी, जबकि शिवसेना उन्हें उतनी सीटें देने को तैयार नहीं थी, दोनों ने पिछले ढाई दशक से सहमति थी कि लोकसभा में बीजेपी और विधानसभा में शिवसेना ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन 2014 में इस फॉर्मूले पर सहमति नहीं बनी।

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कितनी सीटें
लोकसभा चुनाव में बीजेपी 48 में 26 पर और विधानसभा में शिवसेना 288 में 162 पर चुनाव लड़ती थी, बीजेपी का कहना था कि मोदी लहर की वजह से लोकसभा चुनाव में शिवसेना को 22 में से 18 सीटें मिली, जबकि बीजेपी ने 26 में 23 सीटें जीती थी, इसलिये विधानसभा चुनाव में भी इसी आधार पर सीटों का बंटवारा होना चाहिये, ठाकरे और अमित शाह दोनों अपनी जिद पर अड़े रहे, जिसके बाद दोनों पार्टी अपने दम पर विधानसभा चुनाव में उतरी। बीजेपी को 122 सीटें मिली, जबकि शिवसेना 62 जीतने में सफल रही, 41 सीटें एनसीपी के खाते में गई, शिवसेना को मजबूरी में बीजेपी के साथ सरकार में शामिल होना पड़ा, क्योंकि अगर वो समर्थन नहीं करते, तो एनसीपी सरकार में शामिल हो सकती थी।

क्या है समझौता
सूत्रों का दावा है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी 26 और शिवसेना 22 सीटों पर सहमत है, साथ ही विधानसभा में दोनों 144-144 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, गठबंधन के लिये बीजेपी ने संकेत दिये हैं, कि इस फॉर्मूले पर सहमति बन सकती है, फिलहाल देवेन्द्र फडण्वीस ठाकरे से बात कर रहे हैं, जल्द ही अमित शाह से मुलाकात के बाद इस पर मुहर लग सकती है।