राहुल गांधी की ‘निम्न स्तर’ की राजनीति से आहत मनोहर पर्रिकर ने लिखा भावुक कर देने वाला पत्र

मनोहर पर्रिकर ने लिखा कि मेरे लिये ये अत्यंत निराशाजनक और आहत करने वाली बात है, ये मेरे स्वास्थ्य का हाल जानने के बहाने आपने निम्न स्तर की राजनीति साधने की कोशिश की है।

New Delhi, Jan 31 : कैंसर से जूझ रहे गोवा मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मुलाकात करने पहुंचे, उन्होने मुलाकात के बाद दावा किया कि पूर्व रक्षा मंत्री को राफेल की नई डील के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, हालांकि मनोहर पर्रिकर ने इन दावों को झूठा बताया है, उन्होने कांग्रेस अध्यक्ष को एक चिट्ठी लिखी है, जिसे पढकर आप भी भावुक हो जाएंगे।

Advertisement

प्रिय श्री राहुल गांधी
कल यानी 29 जनवरी 2019 को बिना किसी पूर्व सूचना के आप मेरे स्वास्थ्य का हाल-चाल लेने मेरे यहां आये, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक अस्वस्थ्य व्यक्ति का हाल जानना और उनके स्वास्थ्य की कामना करना सार्वजनिक जीवन की अच्छी परंपरा है, इसलिये मुझे भी आपका आना अच्छा लगा, आपके आने पर मैंने आपका स्वागत अच्छी भावना से किया।

Advertisement

मुझे आश्चर्य हुआ
गोवा सीएम ने आगे लिखा कि आज सुबह समाचार पत्रों में आपके विजिट को लेकर जो बयान प्रकाशित हुए हैं, उन्हें पढकर मुझे बेहद हैरानी हुई, साथ ही मैं आहत भी हूं, आपको कोट करते हुए समाचार पत्रों ने लिखा है, कि आपने कहा कि बातचीत में मैंने आपको बताया कि राफेल डील में मैं कहीं नहीं था, ना ही मुझे इस बारे में कोई जानकारी थी।

Advertisement

आहत हूं मैं
पर्रिकर ने लिखा कि मेरे लिये ये अत्यंत निराशाजनक और आहत करने वाली बात है, ये मेरे स्वास्थ्य का हाल जानने के बहाने आपने निम्न स्तर की राजनीति साधने की कोशिश की है, मैं इसकी कभी कल्पना भी नहीं कर सकता। आपसे पांच मिनट की भेंट में ना तो राफेल का जिक्र हुआ और ना ही मैं मैंने राफेल संबंधी कोई चर्चा की, इस तरह की कोई बात मेरी और आपके बीच ना हुई, फिर भी आपने ऐसा बयान दिया।

राफेल डील नियामकों के तहत हुई
सीएम ने लिखा कि मैंने पहले भी कई बार स्पष्ट किया है, एक बार फिर इस पत्र के माध्यम से कह रहा हूं, कि राफेल सौदा इंटर गवर्नमेंट एग्रीमेंट और डिफेंस प्रोक्यूअरमेंट प्रॉसीजर के तहत हुआ है, इसमें दूर-दूर तक कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, ये पूरी खरीद प्रक्रिया राष्ट्रीय सुरक्षा की प्राथमिकताओं के आधार पर तय नियामकों के तहत हुई है। उन्होने आगे लिखा कि जैसा कि सभी जानते हैं, इन दिनों मैं बीमारी की वजब से जीवन के अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा हूं, फिर भी पहले के अनुशासनपूर्ण जीवन और वैचारिक शक्ति के माध्यम से गोवा की जनता की सेवा में निरंतर लगा हूं और लगा रहूंगा, मैंने सोचा था कि आपका आना और आपकी शुभकामनाएं मेरे लिये प्रतिकूल स्थिति में संबल प्रदान करेगा, लेकिन मैं नहीं समझ सका, कि आपके आने का वास्तविक इरादा ये था। घोर निराशा के साथ मुझे ये लिखना पड़ रहा है, कि आप सच को स्वीकारिये, और सामने आइये, साथ ही ये भी निवेदन करुंगा, कि किसी बीमार, अस्वस्थ्य व्यक्ति को अवसरवादी राजनीति का शिकार बनाने की नीयत मत रखिये, मैं सदैव गोवा की जनता की सेवा के लिये तत्पर हूं।