जो कोई सरकार नहीं कर सकी, वो मोदी सरकार ने कर दिखाया, मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा संसद
मोदी सरकार के इस घोषणा से करीब तीन करोड़ नौकरीपेशा लोगों को राहत मिलेगी, इसका मतलब ये हुआ कि अब साढे 6 लाख रुपये तक की आय वालों को कोई टैक्स नहीं देना होगा।
New Delhi, Feb 01 : मोदी सरकार ने अपने इस कार्यकाल के आखिरी बजट से लोगों को काफी उम्मीदें थी, कहा जा रहा था कि लोकसभा चुनाव नजदीक होने की वजह से सरकार पर दवाब है, कार्यकारी वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने इस बजट में नौकरीपेशा और बिजनेस वाले लोगों को काफी राहत देने की कोशिश की है, अंतरिम बजट में आम लोगों को बड़ी राहत देते हुए टैक्स छूट की सीमा पांच लाख रुपये तक बढा दी गई है। अभी फिलहाल टैक्स सीमा की छूट 2.50 लाख रुपये है।
तीन करोड़ लोगों को फायदा
मोदी सरकार के इस घोषणा से करीब तीन करोड़ नौकरीपेशा लोगों को राहत मिलेगी, इसका मतलब ये हुआ कि अब साढे 6 लाख रुपये तक की आय वालों को कोई टैक्स नहीं देना होगा, स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा को भी 40 हजार से बढाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया है।
मोदी-मोदी के नारे
इतना ही नहीं एफडी पर मिलने वाले ब्याज पर अब 40 हजार रुपये तक कोई टैक्स नहीं लगेगा, फाइनेंस मिनिस्टर ने जैसे ही आयकर की सीमा को ढाई लाख रुपये से बढाकर पांच लाख करने की घोषणा की, संसद में मोदी-मोदी के नारे लगने लगे। हालांकि फिर उन्हें शांत कराया गया।
इन धाराओं के तहत छूट
चाहें कितनी ही आमदनी हो, कुछ धाराओं के तहत छूट मिलती है, ऐसी ही एक धारा है 80 सी, इसके तहत आपको डेढ लाख रुपये तक की छूट मिलती है, यानी 80 सी के तहत आप जितना भी निवेश करेंगे, उसमें अधिकतम डेढ लाख रुपये तक आपको 100 फीसदी टैक्स छूट मिलती है, मालूम हो कि लाइफ इंश्योरेंस, पीपीएफ, एनपीएस, ईएलएसएस में निवेश और बच्चों की स्कूल फीस आदि 80सी के तहत आते हैं।
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