आप ममता बनाम सीबीआई में खोए रहे, दूसरी ओर बीजेपी ने कर दिया खेल, टीएमसी सुप्रीमो को जोरदार झटका
बीजेपी में शामिल होने के बाद पूर्व आईपीएस ने कहा कि बंगाल में कोई लोकतंत्र नहीं है, प्रदेश में सिर्फ ठगोक्रेसी है।
New Delhi, Feb 05 : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की करीबी मानी जाने वाली रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी भारती घोष सोमवार को बीजेपी में शामिल हो गई, आपको बता दें कि एक दौर में भारती घोष टीएमसी सुप्रीमो की करीबी कही जाती थी, हालांकि बाद में ममता सरकार से उनकी तनातनी हो गई थी, उन पर फिरौती का एक मामला भी चल रहा है।
बंगाल में लोकतंत्र नहीं
बीजेपी में शामिल होने के बाद पूर्व आईपीएस ने कहा कि बंगाल में कोई लोकतंत्र नहीं है, प्रदेश में सिर्फ ठगोक्रेसी है, महिला पूर्व आईपीएस ने केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, बीजेपी महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय तथा बीजेपी नेता मुकुल रॉय की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली, बता दें कि मुकुल रॉय भी पहले टीएमसी में थे और ममता के करीबी माने जाते थे, लेकिन अब वो बीजेपी में आ चुके हैं।
लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा
आपको बता दें कि भारती घोष के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है, कहा जा रहा है कि बीजेपी उन्हें चुनावी मैदान में उतारने की मन बना चुकी है, साल 2011 में जब टीएमसी विधानसभा चुनाव जीती थी, तब भारती घोष पश्चिमी मिदनापुर में एसपी के पद पर तैनात थी।
सर्विस मेडल भी मिल चुका है
भारती घोष को नक्सल प्रभावित इलाकों में अच्छी सर्विस के लिये 15 अगस्त 2014 को सर्विस मेडल से सम्मानित किया गया था, प्रदेश में टीएमसी की सरकार बनने के बाद उन्हें ममता बनर्जी बड़ी जिम्मेदारी सौंपती रही, हालांकि पिछले कुछ समय से वो सरकार के निशाने पर थी।
ममता के करीबी होने के चलते ट्रांसफर
साल 2014 लोकसभा चुनाव में इलेक्शन कमीशन ने भारती घोष का तबादला कर दिया था, तब विपक्षी पार्टियों ने उन पर सीएम ममता बनर्जी की करीबी होने का आरोप लगाया था, फिर 2016 विधानसभा चुनाव में भी उनका इसी वजह से तबादला किया गया था, हालांकि चुनाव के बाद वो लौट आई थी।