मनमोहन सरकार में विदेश मंत्री रह चुके शख्स ने खोल दी राहुल गांधी की  पोल, हो सकती है नई बहस शुरु

पूर्व विदेश मंत्री ने बताया कि मनमोहन सिंह पीएम थे, लेकिन उन्हें बिना बताये ही कई मामलों में संज्ञान ले लिया जाता था।

New Delhi, Feb 10 : मनमोहन सरकार में विदेश मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण विभाग संभालने वाले एस एम कृष्णा ने पार्टी छोड़ने पर खुलकर बात की है, उन्होने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर निशाना साधा है, उऩ्होने कहा कि मनमोहन सरकार में राहुल गांधी का इतना हस्तक्षेप था, कि काम करना मुश्किल हो गया था, इतना ही नहीं उन्होने ये भी कहा कि राहुल तब सिर्फ सांसद थे, इसके बावजूद सरकार के सारे फैसलों में उनका दखल होता था।

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राहुल गांधी का दखल
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के पूर्व सीएम ने कहा कि यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रहते हुए उन्हें लगातार राहुल गांधी के हस्तक्षेप झेलने पड़े, उनके लिये ये सब असहनीय हो गया था, राहुल यूपीए सरकार के दौरान 10 साल सिर्फ सांसद थे, इसके बावजूद हर मामले में दखल देते थे।

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लीडरशिप का अभाव
पूर्व विदेश मंत्री ने बताया कि मनमोहन सिंह पीएम थे, लेकिन उन्हें बिना बताये ही कई मामलों में संज्ञान ले लिया जाता था, कृष्णा के मुताबिक कांग्रेस अपने साथी दलों पर भी नियंत्रण नहीं रख पाई, इसी वजह से टू जी, कोल और कॉमनवेल्थ जैसे घोटाले हुए, उन्होने कहा कि पिछली सरकार में लीडरशिप का अभाव था।

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मनमोहन का नियंत्रण नहीं
पूर्व मंत्री ने कहा कि पीएम का अपने ही कैबिनेट और सरकार पर कोई नियंत्रण नहीं था, सब कुछ राहुल गांधी के कंट्रोल में था, वो अतिरिक्त संवैधानिक संस्था की तरह काम कर रहे थे, कृष्णा ने राहुल गांधी की कार्यशैली पर आपत्ति जाहिर करते हुए कहा यूपीए-2 के हर फैसले के लिये राहुल गांधी जिम्मेदार हैं।

बीजेपी से जुड़े
आपको बता दें मनमोहन सरकार में मंत्री रह चुके एसएम कृष्णा कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, हालांकि राजनीतिक रुप से वो पहले की तरह एक्टिव नहीं हैं, लेकिन कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान वो सिद्धारमैया के खिलाफ बीजेपी की ओर से प्रचार के लिये उतरे थे।