पाकिस्तान के सियालकोट में रहता था वाड्रा का परिवार, जानें कैसे बन गए गांधी परिवार के ‘दामाद’
गांधी परिवार के दामाद के बारे में जानिए वो बातें जो शायद आप नहीं जानते । यूपी के मुरादाबाद के इस लड़के की जिंदगी कैसे रातों रात पलट गई इसकी खबर खुद उनको भी नहीं लगी ।
New Delhi, Feb 12 : रॉबर्ट वाड्रा, भारतीय राजनीति के सबसे ताकतवर माने जाते रहे परिवार गांधी परिवार के दामाद हैं । लेकिन क्या आप जानते हैं रॉबर्ट वाड्रा का परिवार पाकिस्तान से भारत आया था । एक वक्त था जब वाड्रा आसमान में उड़ते पंछी की तरह थे, प्रियंका गांधी के पति, सोनिया गांधी के दामाद को भला कोई छू भी कैसे सकता था । लेकिन अब वो लगातार ईडी की रडार पर हैं, बेनामी संपत्ति के कुछ मामलों में उनसे पूछताछ जारी है । ऐसे में वाड्रा से जुड़े कई और राज सामने आ रहे हैं ।
पाकिस्तान से भारत आया परिवार
जी हां, वाड्रा का परिवार पाकिस्तान के सियालकोट का निवासी था, जब पार्टीशन हुआ तब वोपाकिस्तान से भागकर भारत में शरण लेने आ गए । बंटवारे के बाद रॉबर्ट वाड्रा के दादा हुकुम राय वाड्रा भारत आकर बस गए । उन्होने भारत आने के बाद सबसे पहले बेंगलुरु में अपना ठिकाना तलाशने की कोशिश की लेकिन जब बात नहीं बनी तो परिवार यूपी के मुरादाबाद में बस गया । लेकिन यूपी के एक छोटे से शहर का लड़का गांधी परिवार का दामाद कैसे बना ये जानना भी काफी रोचक है ।
रिक्शे पर घूमते थे वाड्रा के पिता
यूपी के मुरादाबाद का आम सा लड़का रॉबर्ट वाड्रा देश का इतना नामी इंसान बन जाएगा भला ये कौन जानता था । 18 अप्रैल 1969 में मुरादाबाद के एक छोटे से गांव में रॉर्बट वाड्रा का जन्म हुआ था । उनके पिता का पीतल का मामूली सा कारोबार था। कड़ी मेहनत के बाद वाड्रा के पिता राजेंद्र वाड्रा घर चलाने लायक पैसा कमा पाते थे । बताया जाता है कि एक वक्त वो भी था जब वाड्रा मुरादाबाद की गलियों में परिवार के साथ रिक्शे पर घूमा करते थे।
बदल गई जिंदगी
एक वो दौर भी था जब रॉबर्ट वाड्रा के घर में गाड़ी तो दूर एक स्कूटर तक नहीं था । प्रियंका गांधी के रॉर्बट वाड्रा की जिंदगी में आते ही सब कुछ बदल गया । बहरहाल प्रियंका गांधी का विवाह भी प्रेम विवाह था । जब उन्होने वाड्रा से शादी की तो वो अपने पिता के पीतल और आर्टीफीशियल ज्वेलरी के बिजनेस को ज्वॉइन कर चुके थे । प्रियंका 13 साल की थीं जब पहली बार वाड्रा से मिली थीं । दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे । पहले दोस्ती फिर धीरे-धीरे प्यार, और उसके बाद शादी । रॉबर्ट वाड्रा प्रियंका को खास ज्वैलरी तोहफे में दिया करते थे, वो राहुल के भी अच्छे दोस्त बन गए थे ।
वाड्रा ने कही थी दिल की बात
रॉबर्ट वाड्रा ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘हम तब मिले थे जब दिल्ली के ब्रिटिश स्कूल में पढ़ते थे । मुझे लगा कि वह मुझमें दिलचस्पी रखती हैं । हम दोनों एक-दूसरे से काफी बातें करते थे लेकिन मैं नहीं चाहता था कि लोग इसके बारे में जानें क्योंकि लोग इसे गलत तरीके से लेते ।’ रॉबर्ट वाड्रा ने बताया कि उन्होने प्रियंका के सामने सीधे शादी का प्रपोजल रखा था । चूंकि दोनों परिवार एक दूसरे को काफी समय से जानते थे इसलिए शादी में कोई दिक्कत नहीं आई । 18 फरवरी 1997 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए । प्रियंका और रॉबर्ट के दो बच्चे भी हैं-मिराया वाड्रा और रेहान वाड्रा । पूरा परिवार गुड़गांव में साथ रहता है ।