चीनी मीडिया की धमकी तो देखो, पाकिस्‍तान का ऐसे कर रही है सपोर्ट, भारत देगा मुंह तोड़ जवाब

चीन ने कहा कि भारत को बिना किसी सबूत के संयुक्त राष्ट्र में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आतंकवादी के तौर पर सूचीबद्ध करने के प्रयासों को रोकने के लिए चीन को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए। 

New Delhi, Feb 19 : आतंकी हमलों के सरमाया देश पाकिस्‍तान पर उंगली क्‍या उठी साथी देश चीन को परेशानी होने लगी । चीनी मीडिया ने सामने से आकर भारत को चेतावनी दी है, धमकी भरे अंदाज में कहा है कि आतंकी हमेले के लिए चीन, पाकिस्तान को दोष देना भारत को बंद कर देना चाहिए । जम्‍मू कश्‍मीर के पुलवामा में 40 से ज्‍यादा जवानों की मौत आतंकी हमले में होने के बाद पूरी दुनिया इस आतंकवादी हमले की निंदा कर रही है, भारत के पड़ोसी मुल्‍क पाकिस्‍तान को आतंकवाद का खत्‍तमा करने की चेतावनी दी जा रही है लेकिन चीन अलग ही राग अलापने में लगा है ।

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चीनी मीडिया का पुलवामा हमले पर पक्ष
चीन की मीडिया ने भारत के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर कहा है कि भारत बिना सबूतके हमले का सारा दोष पाकिस्तान पर लगा रहा है, ऐसा करने की बजाय देश को अपनी आतंक विरोध नीति को दोबारा बनाने पर ध्यान देने की जरूरत है । चीन ने कहा कि भारत को बिना किसी सबूत के संयुक्त राष्ट्र में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आतंकवादी के तौर पर सूचीबद्ध करने के प्रयासों को रोकने के लिए चीन को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए।

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भारत नहीं जुटा पाया सबूत
चीनी मीडिया ने साफ तौर पर कहा कि भारत मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ सबूत देने में नाकाम रहा है । जबकि चीन ने अजहर को आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने के प्रति सावधानी बरती है । आपको बता दें, मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही मुखिया है, जिसने पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जिम्‍मेदारी ली है । इस संगठन को संयुक्त राष्ट्र भी आतंकी संगठन घोषित कर चुका है।

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भारत सरकार के दावे किए खारिज
चीनी मीडिया ने भारत को चेतावनी देते हुए ये सारी बातें लिखी हैं । ये सारी जानकारी नेशनलिस्ट टैबलॉइड ग्लोबल टाइम्स के पीपल्स डेली में पब्लिश की गई है। ये डेली चीन की कम्युनिस्ट पार्टी सीपीसी का मुखपत्र है । पुलवामा हमले को लेकर भारत सरकार की ओर से किए गए सभी दावों को इसमें खारिज कर दिया गया है । डेली में छपे आर्टिकल के मुताबिक “ठोस सबूत के बिना भारत ने लंबे समय से पाकिस्तान पर जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकवादी संगठनों और चीन द्वारा पाकिस्तान को समर्थन प्रदान करने के लिए आतंकवादी हमलों को प्रायोजित करने का आरोप लगाया है।”

भारत अपनी नीतियों पर दे ध्‍यान
इस आर्टिकल में आगे लिखा गया है, “अन्य देश खास तौर पर चीन और पाकिस्तान पर दोष लगाने से बेहतर भारत सरकार को अपनी आतंक विरोधी नीति पर आत्मनिरीक्षण और कश्मीर के भारत-नियंत्रित हिस्से को बेहतर तरीके से संचालित करने के तरीके पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।” आपको बता दे मौलाना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए बीजिंग की ओर से कई बार रुख बदला गया, चीन के पास मुद्दे को सावधानी से संभालने के लिए कई वजह हैं।

आतंक के खिलाफ खड़ा है चीन
आर्टिकल में लिखा गया है कि चीन कभी भी आतंक के साथ नहीं है । आर्टिकल के जरिए चीन ने इस बात को भी खारिज किया है कि चीन अजहर को लेकर भारत की मांग को नहीं मानता या आतंकवाद को समर्थन देता है। आर्टिकल में कहा गया है कि भारत की ओर पिछले कुछ सालों में चीन को आतंक के आरोप में निशाने पर लिया गया है । चीन ने कहा है कि वो आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत और बाकी देशों के साथ खड़ा है।