मेजर विभूति की अंतिम विदाई, पत्‍नी ने ताबूत को चूमकर कहा I Love You, वीडियो देखकर आप भी रो पड़ेंगे

तिरंगे में लिपटा पति का पार्थिव शरीर वो बस देखती ही रहीं । आंख के आंसू जैसे सूख चुके थे । उन्होंने पति के ताबूत को चूमकर ‘आई लव यू’ बोलकर उन्हें अंतिम विदाई दी।

New Delhi, Feb 19 : पुलवामा हमले का पहला बदला पूरा हो चुका है । इस हमले के मास्‍टरमाइंड कामरान उर्फ गाजी राशिद को सोमवार को सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में मार गिराया । इस मुठभेड़ में एक मेजर समेत सेना के 4 जवान शहीद हो गए । मारे गए जवानों में देहरादून से मेजर वीए एस ढौंडियाल भी थे । जिनका शव देर रात उनके घर देहरादून पहुंचा । मेजर को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा शहर ही उमड़ पड़ा । पूरा परिवार सदमे में है, मेजर विभूति की पिछले साल ही शादी हुई थी । उनकी पत्‍नी ने जब उन्‍हें अंतिम विदा दी तो तस्‍वीरें देखकर सकी आंखें छलक उठीं ।

Advertisement

मेजर विभूति के अंतिम दर्शन
मेजर विभूति ढौंडियाल का शव देहरादून स्थित उनके आवास में लाया गया था । उनके अंतिमदर्शन के लिए कई लोग पहुंचे । भावनाओं के सैलाब के बीच जब उनकी पत्‍नी निकिता मेजर के ताबूत के पास पहुंची तो उन्‍हें कुछ देर तक देखती ही रहीं । तिरंगे में लिपटा पति का पार्थिव शरीर वो बस देखती ही रहीं । आंख के आंसू जैसे सूख चुके थे । उन्होंने पति के ताबूत को चूमकर ‘आई लव यू’ बोलकर उन्हें अंतिम विदाई दी।

Advertisement

पिछले साल ही हुई थी शादी
मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की शादी पिछले साल ही निकिता से हुई थी । क्‍या कया सपने नहीं संजोए होंगे दोनों ने, लेकिन सपने अधूरे ही रह गए । पति हंसते हुए गए तो थे लेकिन वापस तिरंगे में लिपटे ताबूत में पहुंचे । निकिता बार-बार ताबूत को छू रहीं थीं । एकटक मेजर को देख रही थीं । जब अंतिम विदा का समय आया तो चूमते हुए आई लव यू कह दिया । कहना बहुत कुछ था लेकिन किससे कहें, अब सुनने वाला ही चला गया ।

Advertisement

सैल्‍यूट कर दी विदा
मेजर ढौंडियाल की पत्‍नी निकिता ने पति को सैल्‍यूट कर अंतिम विदा दी । आंख में एक भी आंसू नहीं, इतनी हिम्‍मत कहां से लाती हैं, ये सवाल सबके मन में जरूर उठा होगा । पत्नी ने अपने शहीद पति को उसी तरह से विदाई दी जैसे एक वीर को दी जाती है।  मेजर विभूति अभी 34 साल के थे । उन्‍होने फरीदाबाद की निकिता कौल से एक महीने पहले ही शादी की थी । निकिता कश्मीर के विस्थापित परिवार से ताल्लुक रखती हैं । दोनों का विवाह प्रेम विवाह था ।

परिवार के लाडले थे मेजर विभूति
मेजर विभूति की मां दिल की मरीज हैं, उन्‍हें उनकी शहादत की खबर अंत तक दी गई । देहरादून के डंगवाल रोड निवासी मेजर के पिता स्‍व. ओमप्रकाश ढौंडियाल का निधन हो चुका है। अब उनके परिवार में में बूढ़ी दादी, मां, तीन बहनें और पत्नी हैं । शहीद मेजर का परिवार मूल रूप से पौड़ी जिले के बैजरो ढौंड गांव का रहने वाला है । शहीद मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल ने आठ साल पहले 2011 में आर्मी जॉइन की थी। देश आज इस वीर सपूत को नमन कर रहा है ।