‘जब नाराजगी थी तो गठबंधन क्‍यों’, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहली बार बताया क्‍यों मिलाया शाह से हाथ

शिवसेना बीजेपी से रूठी हुई थी, बागी तेवर दिखा रही थी, अकेले चुनाव लड़ने का दम भर रही थी लेकिन चुनाव से पहले बीजेपी से गठबंधन कर ही लिया । अब सवाल उठ रहे हैं जब यही करना था तो इतना बवाल क्‍यों मचा था ।

New Delhi, Feb 20 : शिवसेना और बीजेपी अब एक हैं, लोकसभा और राज्‍य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए दोनों पार्टियों ने हाथ मिला लिया है । दोनों दलों ने सोमवार को घोषणा की कि वे अब साथ हैं और कोई मतभेद नहीं है, सीटों को लेकर कोई झगड़ा नहीं है । लेकिन इस गठबंधन के बाद एक सवाल जो जोरों से उठ रहा है वो यही है कि अब तक बागी तेवर अपनाने वाली शिवसेना ने BJP से गठबंधन किया क्‍यों । सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने पहली बार बयान दिया है । आगे पढ़ें ।

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बीजेपी का बदला रुख
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मंगलवार शाम कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग रखी थी । उन्‍होने अपनेआवास पर कहा कि वह भाजपा के साथ हाथ मिलाने को इसलिए राजी हुए हैं क्योंकि भगवा पार्टी का अपने गठबंधन सहयोगियों के प्रति व्यवहार में बदलाव आया है । ठाकरे ने कहा, ‘‘मैंने महसूस किया कि लोगों के प्रति उनके व्यवहार में बदलाव आया है, इसलिए मैंने भाजपा से हाथ मिलाने का फैसला लिया।’’

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बीजेपी का प्रस्‍ताव मंजूर नहीं था
शिवसेना प्रमुख ने एक बार फिर अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि उन्हे बीजेपी के इस प्रस्‍ताव पर आपत्ति थी कि जिस पार्टी के ज्‍यादा विधायक होंगे उसी दल का नेता मुख्‍यमंत्री बनेगा । बीजेपी ने अब इसे लेकर अपना रुख बदला है । ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं शिवसेना का मुख्यमंत्री देखना चाहता हूं. और मैं इसके लिए काम करूंगा। समझौते में मैं जीत चुका हूं और अब असल लड़ाई, चुनाव जीतना है ।‘‘

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सोशल मीडिया पर ‘यू टर्न’ ठाकरे हो रहे ट्रोल
पहले भाजपा को बुरा भला कहने वाली पार्टी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अब सोशल मीडिया पर जमकर खिंचाई भी हो रही है । उद्धव ठाकरे ने इससे पहले अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी । अब गठबंधन के ऐलान के बाद उन्‍हें सोशल मीउिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है । उनके नाम के इनीशियल को ‘यू टर्न ठाकरे’ कहा जा रहा है । आपको बता दें भाजपा शिवसेना के गठबंधन के तहत महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से भाजपा 25 पर और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी । जबकि विधानसभा चुनाव में 288 सीटों पर बराबर संख्‍या में उम्‍मीदवार उतारेगी ।

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