यशवंत सिन्हा से पूछा गया कि बेटे के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव, तो दिया ऐसा जवाब
यशवंत सिन्हा ने कुछ महीने पहले उन्होने सक्रिय राजनीति से सन्यास का ऐलान किया था, लेकिन इन दिनों उनकी सक्रियता बढ गई है, वो मोदी विरोधियों के मंच पर खूब नजर आ रहे हैं।
New Delhi, Feb 21 : बीजेपी छोड़ चुके पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा इन दिनों मोदी सरकार और बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, वो महागठबंधन के मंच पर भी नजर आते हैं, कहा जा रहा है कि वो 2019 लोकसभा चुनाव में मैदान में भी उतर सकते हैं, वो मोदी सरकार को रोकने के लिये हरसंभव कोशिश कर रहे हैं, हालांकि आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा का इकलौता बेटा मोदी सरकार में मंत्री है।
लड़ सकते हैं चुनाव
कुछ महीने पहले उन्होने सक्रिय राजनीति से सन्यास का ऐलान किया था, लेकिन इन दिनों उनकी सक्रियता बढ गई है, वो मोदी विरोधियों के मंच पर खूब नजर आ रहे हैं, पिछले दिनों केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था, हालांकि उन्होने आप संयोजक की बात का कोई जवाब नहीं दिया था।
महागठबंधन बनाने में जुटे हैं
बुधवार को हजारीबाग में उन्होने कहा कि सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर विपक्षी दलों से बातचीत के बाद ही महागठबंधन पर निर्णय होगा, झारखंड में भी बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन की तैयारी की जा रही है। यशवंत सिन्हा ने कहा कि एनडीए के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन का मूर्त रुप लेना अभी बाकी है, इसके लिये राज्य स्तरीय गठबंधन हो रहा है, उन्होने यूपी में सपा-बसपा गठबंधन का उदाहरण देते हुए कहा कि देशभर में ऐसे गठबंधन हो।
महागठबंधन के लिये प्रचार करेंगे
जब उनसे सवाल किया गया कि आम चुनाव में वो महागठबंधन के लिये प्रचार करेंगे, तो पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि वो राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन के अंतिम रुप लेने तक किसी भी चीज की गारंटी नहीं दे सकते, लेकिन सूत्रों का दावा है कि वो चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
बेटे के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
उनसे एक सवाल ये भी पूछा गया, कि क्या वो हजारीबाग सीट से चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होने इसका जवाब देते हुए कहा कि इस सवाल का जवाब देने का अभी समय आया नहीं है, आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा इसी सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, 2014 में बीजेपी ने उनका टिकट काट बेटे जयंत सिन्हा को इसी सीट से चुनाव लड़वाया, उसके बाद मोदी सरकार में वित्त राज्य मंत्री बनाया, हालांकि यशवंत सिन्हा मोदी सरकार के खिलाफ मुखर हैं, लेकिन बेटे के खिलाफ ज्यादा बोलने से बचते हैं।