जम्‍मू-कश्‍मीर में कुछ बड़ा होने वाला है, देर रात अलगाववादी नेता गिरफ्तार, राजनाथ सिंह ने जारी किए आदेश

पुलवामा हमले के बाद से ही केन्‍द्र सरकार जम्‍मू कश्‍मीर में तेजी से काम कर रही है । राज्‍य में धारा 35 ए पर सुनवाई होनी है जिसके मद्देनजर हालात बिगड़ने का अंदेशा है । ऐसे में जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं ।

New Delhi, Feb 23 : जम्‍मू कश्‍मीर में अलगाववादी नेता यासीन मलिक को शुक्रवार देर रात उनके मायसूमा स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया गया । पुलिस मलिक को गिरफ्तार कर कोठीबाग थाने ले गई । जिसके बाद उसे सेंट्रल जेल भेज दिया गया । संभावना है कि शनिवार को उसे राज्य से बाहर भेज दिया जाए । दरअसल राज्‍य में अनुच्छेद 35-ए पर 26 से 28 फरवरी के बीच सुनवाई प्रस्तावित है जिसे लेकर सभी जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए गए है ।

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एहतियातन की गई गिरफ्तारी
सुनवाई के मद्देनजर राज्‍य में कोई बवाल ना हो इसके लिए अलगाववादी नेताओं में सबसे पहले यासीन मलिक को अरेस्‍ट कर लिया गया । हालांकि मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है । अलगाववादियों पर सरकार की सख्‍ती दउसी दिन सामने आ गई थी जब घाटी के 10 से ज्‍यादा अलगाववादी नेताओं से उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी । बुधवार को ही गृ मंत्रालय ने फैसला लिया था कि इन नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली जाएगी ।

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100 अतिरिक्‍त कंपनियां तैनात
गृह मंत्रालय की ओर से घाटी में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों की 100 अतिरिक्त कंपनियां  यानी करीब 10 हजार जवान भेजे जा रहे हैं। गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को ही इन अतिरिक्‍त टुकडि़यों को तत्‍काल भेजे जाने के आदशे दिए हैं । इतनी अधिक फौज को भेजे जाने के पीछे कोई वजह नहीं दी गई है, बस 35 ए को लेकर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई के मद्देनजर सेना को अलट पर रखने की बात कही जा रही है ।

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गृह मंत्रालय की ओर से आदेश
गृह मंत्रालय की ओर से जम्‍मू कश्‍मीर के मुख्य सचिव, गृह सचिव और डीजीपी को फैक्स संदेश भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि जम्मू कश्मीर में अतिरिक्त पैरा मिलिट्री फोर्स को तैनात करना है ।  इसके लिए 100 अतिरिक्‍त कंपनियां भेजी जाएं जिनमें सीआरपीएफ की 45, बीएसएफ की 35, एसएसबी की 10 और आईटीबीपी की 10 कंपनियां भेजी जाएं । सीआरपीएफ के आईजी (ऑपरेशन) को इन सुरक्षाबलों की तत्काल रवानगी की व्यवस्था करने को कहा गया है।

घाटी में चर्चाओं का दौर
अलगाववादी नेता यासीन मलिक की गिरफ्तारी के बाद से ही घाटी में चर्चाओं का दौर जारी है ।

वहीं सेना की 100 अतिरिक्‍त टुकडि़यों की तैनाती ने राज्‍य में सुगबुगाह तेज कर रही है । देर रात से चचा र्ये भी है कि अनुच्छेद 35-ए पर केंद्र सरकार ने कुछ सकारात्मक फैसले ले लिए हैं । जिससे घाटी में कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है । 35 ए के तहत ऐसे कई नियम हे जो सिर्फ जम्‍मू कश्‍मीर पर लागू हैं ।