इमरान खान का झूठ हुआ बेनकाब, दुनिया के सामने एक्सपोज हुआ पाकिस्तान
पाकिस्तान सरकार की वेबसाइट नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी के मुताबिक हाफिद सईद का संगठन सिर्फ आंतरिक मामलों के मंत्रालय की निगरानी सूची में है।
New Delhi, Mar 05 : आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का दोहरा रवैया है, एक तरफ तो वो भारत से कह रहे हैं कि हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार हैं, लेकिन दूसरी तरफ एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी मुंबई आतंकी हमले के आरोपी हाफिद सईद के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। दोनों ही आतंकी संगठन सिर्फ निगरानी सूची में है।
नया शिगूफा
झूठ से बेनकाब होने के बीच पाकिस्तानी सरकार ने सोमवार को एक और नया शिगूफा छोड़ते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से प्रतिबंधित संगठनों की प्रॉपर्टी जब्त करने का आदेश जारी किया है। हालांकि अभी तक के रिकॉर्ड देखकर लगता है कि उनके मंसूबे साफ नहीं है।
निगरानी सूची में रखा
पाक सरकार की वेबसाइट नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी के मुताबिक हाफिद सईद का संगठन सिर्फ आंतरिक मामलों के मंत्रालय की निगरानी सूची में है, जनवरी 2017 में इसे निगरानी सूची में डाला गया था, आपको बता दें कि आतंकी संगठनों पर कार्रवाई के लिये जबरदस्त वैश्विक दबाव के बाद 21 फरवरी को पाक सरकार ने कहा था कि उसने जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
संपत्ति जब्त करने की घोषणा
पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने सोमवार को जानकारी दी, कि सरकार ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अधिनियम 1948 के मुताबिक आदेश जारी कर दिये हैं, उनका उद्देश्य आतंकी घोषित व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ सुरक्षा परिषद प्रतिबंधों को लागू करना है।
अखबार का दावा
एक पाकिस्तानी अखबार अपनी रिपोर्ट में दावा कर रहा है कि नये कानून से पाकिस्तान को प्रतिबंधित संगठनों और व्यक्तियों की प्रॉपर्टी जब्त करने और उन्हें यूएनएससी के प्रति दायित्वों को पूरा करने में मदद मिलेगी, हालांकि अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।