वरुण गांधी कांग्रेस की ओर कदम बढाना चाहते हैं, लेकिन इस वजह से कदम पीछे खींच लेते हैं

वरुण गांधी के साथ काम करने वाले एक बीजेपी नेता कहते हैं कि वरुण को लगता है कि पार्टी ने उनका ढंग से इस्तेमाल नहीं किया, उन्हें उतनी जिम्मेदारी नहीं सौंपी, जितनी मिलनी चाहिये थी।

New Delhi, Mar 06 :  बीजेपी सांसद वरुण गांधी को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं जोर पकड़ रही है, कोई उनके कांग्रेस में जाने की बात कह रहा है, तो कोई बीजेपी से टिकट कटवा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने के बाद वरुण के कांग्रेस में जाने की चर्चा शुरु हुई है, वैसे भी बीजेपी में वो हाशिये पर पड़े हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि कोई है, जो उन्हें बार-बार कांग्रेस में जाने से रोक रहा है।

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इंदिरा गांधी के उत्तराधिकारी के बेटे
वरुण गांधी की राजनीति को ध्याने से देखेंगे और पढेंगे, तो पता चलेगा, कि वरुण उन संजय गांधी के बेटे हैं, जिन्हें इंदिरा गांधी का उत्तराधिकारी कहा जाता था, इंदिरा जब राजनीति की शीर्ष पर थी, तो संजय गांधी सियासी तौर पर बेहद ताकतवर थे। लेकिन अचानक संजय गांधी के निधन ने सबकुछ बदल दिया, इंदिरा गांधी की भी हत्या हो गई, राजनीति में कम दिलचस्पी रखने वाले राजीव गांधी सियासत में आये, लेकिन संजय गांधी का परिवार कांग्रेस से दूर हो गया।

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मेनका गांधी ने बीजेपी के साथ राजनीति शुरु की
मेनका गांधी और सोनिया गांधी के रिश्ते कभी सहज नहीं रहे, संजय गांधी के गुजर जाने के बाद मेनका परिवार और राजनीतिक विरासत से दूर हो गई, वो बीजेपी की राजनीति में सक्रिय हुई, साल 2004 में वरुण भी लोकसभा चुनाव लड़े, राहुल गांधी के काट के तौर पर शुरुआती दिनों में वरुण को विकसित किया गया, लेकिन वरुण ने पहले ही कह दिया था कि वो ना तो राहुल और ना ही सोनिया गांधी के खिलाफ प्रचार करेंगे।

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उपेक्षा के शिकार
वरुण गांधी के साथ काम करने वाले एक बीजेपी नेता कहते हैं कि वरुण को लगता है कि पार्टी ने उनका ढंग से इस्तेमाल नहीं किया, उन्हें उतनी जिम्मेदारी नहीं सौंपी, जितनी मिलनी चाहिये थी, 2014 में सरकार बनने पर मेनका गांधी को मंत्री तो बनाया गया, लेकिन वरुण को कोई जिम्मेदारी नहीं मिली, मेनका कई बार संघ प्रमुख और बीजेपी नेतृत्व के कह चुकी हैं, कि उनसे सारे पद ले लिये जाएं, लेकिन वरुण को कुछ जिम्मेदारी दी जाए, ताकि उसे ना लगे कि उसकी उपेक्षा हो रही है।

मां रोक रही
पिछले कुछ दिनों से लगातार ये बातें की जा रही है कि वरुण कांग्रेस में जा सकते हैं, प्रियंका गांधी से उनकी बात भी हुई है, हालांकि जैसे ही ये चर्चा शुरु हुई, एक किताब विमोचन के मौके पर वरुण ने कहा था कि उनकी मां और उन्हें बीजेपी ने बहुत सम्मान दिया है, एनडीए की हर सरकार में उनकी मां मंत्री रही है, तो मुझे बेहद कम उम्र में पार्टी में महासचिव बना दिया गया था, इसलिये उपेक्षा जैसी कोई बात नहीं है, और मैं पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जाने वाला हूं।