रोजे के बीच चुनाव की तारीख पर कुछ मौलानाओं को आपत्ति, एबीपी न्यूज की एंकर ने दिया झन्नाटेदार जबाव

कुछ राजनेताओं और मौलानाओं का कहना है कि बीजेपी के इशारे पर रमजान के महीने में चुनाव कराये जा रहे हैं, ताकि रोजा कर रहे मुसलमान वोट देने ना जा सके।

New Delhi, Mar 11 : आम चुनाव के लिये तारीखों का ऐलान हो चुका है, 11 अप्रैल से वोटिंग शुरु होगी, और मतगणना 23 मई को होगा, यानी अगली सरकार किसकी होगी, ये 23 मई को पता चलेगा, लेकिन उससे पहले ही चुनाव की तारीखों को लेकर विवाद शुरु हो गया है, कुछ मौलानाओं और राजनेताओं ने रमजान के महीने में चुनाव कराने को लेकर आपत्ति जाहिर की है।

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रमजान में चुनाव को लेकर आपत्ति
कुछ राजनेताओं और मौलानाओं का कहना है कि बीजेपी के इशारे पर रमजान के महीने में चुनाव कराये जा रहे हैं, ताकि रोजा कर रहे मुसलमान वोट देने ना जा सके, हालांकि एबीपी न्यूज की एंकर रोमाना निसार खान ने ऐसे लोगों को झन्नाटेदार जबाव दिया है, जिससे उनकी बोलती बंद हो गई है, उनका ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

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रोमाना ने किया ट्वीट
रोमाना ने ट्विटर पर लिखा कि रोजे का मतलब आरामतलबी नहीं है, कितने रोजेदार चिलचिलाती गर्मी में भी रिक्शा खींचते हैं, मेहनत के काम करते हैं, ऐसे में मुस्लिम धर्मगुरु और नेताओं का 6 मई, 12 मई और 19 मई को रोजे के दौरान मतदान पर ऐतराज ना सिर्फ बेबुनियाद है, बल्कि शर्मनाक भी है।

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ओवैसी ने कहा ज्यादा वोट पड़ेंगे
एआईएमआईएम चीफ ओवैसी ने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिये, क्या कोई मुसलमान रोजा करता है, तो वो कुछ नहीं करता, पूरा दिन काम करता है, फिर रात को नमाज पढता है। ओवैसी ने कहा कि वो लोग ऐसी बातें कर रहे हैं, जिन्हें पता ही नहीं कि रमजान होता क्या है। मुझे पूरा भरोसा है कि रमजान में चुनाव होने से और ज्यादा मतदान होंगे।