चुनाव ऐलान के बाद ही बीजेपी ने चला दिया ब्रह्मास्त्र, मजबूत किया अपना किला

केन्द्र और प्रदेश सरकार को समर्थन दे रहे बीजेपी के दोनों सहयोगी नाराज बताये जा रहे थे, लेकिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद दोनों की नाराजगी कम हो गई।

New Delhi, Mar 12 : यूपी में बीजेपी के दोनों सहयोगी पार्टियां तेवर दिखा रही थी, लेकिन बीजेपी ने अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को काफी हद तक मना लिया है, माना जा रहा है कि सीटों का बंटवारा भी करीब-करीब तय हो चुका है, बीजेपी अपने सहयोगी को कौन सी सीट देगी, इस पर कोई सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन पार्टी ने आश्वासन दिया है, कि उचित मान सम्मान दिया जाएगा।

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बीजेपी के सहयोगी नाराज
केन्द्र और प्रदेश सरकार को समर्थन दे रहे बीजेपी के दोनों सहयोगी नाराज बताये जा रहे थे, लेकिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद दोनों की नाराजगी कम हो गई, आपको बता दें कि एक दिन पहले ही निगमों और प्राधिकरणों के अध्यक्षों और सदस्यों की नियुक्ति की गई, जिसमें बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों को भी स्थान दिया, बताया जा रहा है कि बीजेपी के इसी फैसले से सहयोगी दल खुश हो गये हैं।

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आशीष पटेल को विधान परिषद में मनोनीत किया
विधान परिषद के चुनाव में बीजेपी ने अपने सहयोगी अपना दल के अध्यक्ष आशीष पटेल को सदस्य मनोनीत किया है, आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अपना दल के तेवर सख्त थे, केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने प्रियंका गांधी से मुलाकात भी की थी, जिसके बाद कहा जा रहा था कि अपना दल खेमा बदल सकता है।

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बीजेपी ने सहयोगियों को मनाया
प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के बाद बीजेपी दबाव में है, वो भी अपने किले को मजबूत करने की भरपूर कोशिश कर रही है, इसी वजह से दोनों दलों के सख्त तेवर के बाद भी बीजेपी ने दोनों को मनाया, निगमों और दूसरे स्थानों पर जगह देकर आश्वासन दिया है, कि उन्हें उचित मान-सम्मान दिया जाएगा।

इतनी सीटों पर दावा
ओम प्रकाश राजभर 5 लोकसभा सीटों पर दावा ठोंक रहे हैं, जिसमें पूर्वांचल की घोसी, अंबेडकरनगर, जौनपुर, चंदौली और सलेमपुर सीट शामिल है, हालांकि बीजेपी सूत्रों का दावा है कि उन्हें एक घोसी सीट दी जा सकती है, अगर इस पर नहीं माने, तो एक और सीट दे दी जाएगी, इससे ज्यादा कुछ नहीं मिलेगा, कुछ ऐसी ही स्थिति अपना दल के साथ भी है, अनुप्रिया की पार्टी आधा दर्जन सीटों पर दावा ठोंक रही है, जिसमें जौनपुर, फूलपुर, राबर्ट्सगंज, डुमरियागंज और प्रतापगढ शामिल है, पिछली बार बीजेपी ने दो सीटें दी थी और दोनों ही जीतने में सफल रही थी।