पकौड़े वाले की दुकान पर रुकीं स्मृति ईरानी, चाय-पकौड़े लेकर कही एक बात, चाय वाले ने दिया शानदार जवाब
स्मृति वहां बैठीं, चाय और ब्रेड पकौड़ा खाया और फिर वो चाय वाले को बिल देने लगीं । उन्हें चाय पकौड़े इतने अच्छे लगे कि दुकानवाले को अमेठी आकर यही काम करने की सलाह दी ।
New Delhi, Mar 27 : देश में चुनावों की बयार है और नेता इन दिनों अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में चक्कर लगा रहे हैं । वोट मांगने का समय है तो हर पार्टी झोली फैलाए जनता के सामने खड़ी है । क्या बीजेपी क्या कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल । विरोधी को झुकाने का कोई मौका कोई नहीं छोड़ना चाहता । बहरहाल चुनाव का ही एक समय है जब नेता आपको कहीं भी नजर आ सकते हैं । केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी एक पकौड़े के ठेले पर देखी गईं । पूरी खबर आगे पढ़ें ।
यूपी में प्रचार कर रही हें स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आजकल उत्तर प्रदेश में प्रचार कर रही हैं । स्मृति बीजेपी की ओर से अमेठी संसदीय सीट से उम्मीदवार हैं । स्मृति पिछले चुनाव में यहां से हार चुकी हैं, लेकिन उन्होने राहुल गांधी को टक्कर कड़ी दी थी । बहरहाल ये घटना अमेठी की नहीं बल्कि वाराणसी के पास भदोही का है । स्मृति मंगलवार को वाराणसी से भदोही में एक सभा के लिए गईं थीं, यहां से लौटते हुए वो एक चाय की दुकान पर रुक गईं ।
चाय के साथ स्मृति ने खाए ब्रेड पकौड़े
स्मृति ईरानी का काफिला खय की दुकान पर रुका तो पहले से मौजूद बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया । स्मृति वहां बैठीं, चाय और ब्रेड पकौड़ा खाया और फिर वो चाय वाले को बिल देने लगीं । उन्हें चाय पकौड़े इतने अच्छे लगे कि दुकानवाले को अमेठी आकर यही काम करने की सलाह दी । स्मृति का ये कहना था कि दुकानवाले ने भी ऐसा जवाब दिया, कि वो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया ।
दुकानदार ने दिया केन्द्रीय मंत्री को ऐसा जवाब
न्यूज वेबसाइट पर आई इस खबर के मुताबि स्मृति ने जब चाय वाले को अमेठी में दुकान लगाने को कहा तो वो बड़ी सहजता से बोला – ‘इसे बनाना गुजरात से सीखकर आया हूं। बनारस में इसे बेच रहा हूं बस यही बहुत है।’ दुकानवाले का ये कहना था कि वहां मौजूद लोग हंस पड़े । इसके बाद स्मृति ने उससे पूछा, गुजरात से हो, क्या गुजराती बोलते हो तो दुकानवाले ने तुरंत जवाब दिया- नहीं हमारी हिंदी बढ़िया है। इसके बाद स्मृति ने दुकानवाले से कुछ नहीं पूछा । वो बिल चुकाकर वहां से आगे बढ़ गईं ।