6 अप्रैल से शुरु हो रहे हैं नवरात्र, जानें घट स्‍थापना का शुभ मुहूर्त, पूजा सामग्री और महत्‍व

नवरात्र के नौ दिन बेहद ही पावन माने गए हैं । पहले दिन घट स्‍थापना आदि का विधान है । आगे जानिए इस दिन क्‍या करें क्‍या ना करें, शुभ मुहूर्त भी जानें ।

New Delhi, Apr 05 : शनिवार से नवरात्र का पावन पर्व शुरु हो रहा है । चैत्र नवरात्र का अपना एक विशेष महत्‍व है । नवरात्र के पहले दिन घट स्‍थापना का विधान है, ऐसा करना शुभ माना गया है । साथ में माता का दरबार सजाया जाता है । पूजा सामग्री के साथ इन नौ दिनों में कई भक्‍त जन व्रत आदि रखते हैं । दिन भर उपवास कर एक समय का भोजन या फलहार करते हैं । कई भक्त कठोर व्रत का प्रण कर सिर्फ पानी पर ही रहते हैं । आगे जानिए नवरात्र से जुड़ी कुछ और खास बातें ।

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कलश स्‍थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्र के पहले दिन जब आप मां का दरबार सजाएं उसी दिन घट स्‍थापना भी करें । घट अर्थातकलश की स्‍थापना । इसके लिए मिट्टी का कलश सबसे उपयुक्‍त होता है । शुद्ध और प्रकृति के करीब । कलश स्थापना, जौ बोने के लिए आपको जिन सामग्रियों की आवश्‍यकता होगी वो आगे जानिए । मिट्टी का कलश, लाल रंग का आसन, जौ, कलश के नीचे रखने के लिए मिट्टी, कलश, मौली, लौंग, कपूर, रोली, साबुत सुपारी, चावल, अशोका या आम के 5 पत्ते, नारियल, चुनरी, सिंदूर, फल-फूल, माता का श्रृंगार और फूलों की माला ।

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कलश स्थापना इस प्रकार करें
नवरात्रि के पहले दिन नहाकर अपने घर के मंदिर की सफाई करें, तस्‍वीरें जमाएं । आप माता कीचौकी अलग से भी लगा सकते हैं । अब भगवान गणेश का नाम लेकर पूजा शुरू करें । मां दुर्गा के नाम की अखंड ज्योत जलाएं और मिट्टी के पात्र में मिट्टी डालें । उसमें जौ के बीज डालें । अब कलश या लोटे पर मौली बांधें और उस पर स्वास्तिक बनाएं । कलश में कुछ बूंद गंगाजल डालकर उसमें दूब, साबुत सुपारी, अक्षत और सवा रुपया डालें । अब के ऊपर आम या अशोक 5 पत्ते लगाएं और नारियल को लाल चुनरी में लपेटकर रख दें ।

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जौ पात्र का महत्‍व
कलश को मिट्टी वाले जौ पात्र के बीचों बीच रख दें । अब माता के सामने व्रत का संकल्प लें । आप पहला और आखिरी व्रत भी कर सकते हैं । संकल्‍प लेकर प्रण करें कि आप माता के दरबार में प्रतिदिन दीपक जलाएंगे, नौ दिन सदाचार का पालन करेंगे । नवरात्र में जौ उगाना शुभ माना जाता है । जौ जितना अच्‍छा होती हैं, उतना ही समृद्ध आपका घर परिवार भी होता है । जो लगाते हुए अति सावधानी रखें, आपके हाथ गंदे नहीं होने चाहिए, मन में भी राग-द्वेष जैसे विचार नहीं आने चाहिए ।

शुभ मुहूर्त
6 अप्रैल की सुबह 06:19 से 10:26 तक कलश की स्थापना कर सकते हैं, शनिवार को इस समय शुभ मुहूर्त बताया गया है । आइए आपको बताते हैं कलश स्थापना क्‍यों की जाती है । ऐसा कहा जाता है कि घट स्थापना मां दुर्गा का आह्वान है, इसे स्‍थापित कर आप मां दुर्गा का आह्वाहन करते हैं उन्‍हें कहते हैं कि मां आपका मेरे घर में स्‍वागत है  । आप आएं और आशीर्वाद दें । शक्ति की देवी दुर्गा नवरात्रि के पावन दिनों में अपने भकत जनों पर विशेष आशीर्वाद देती हैं ।