मुरली मनोहर जोशी की चिठ्ठी वायरल, आडवाणी को खत लिखकर बयां किया था दर्द, सच आया सामने

चिट्ठी लीक हुई तो सोशल मीडिया में वायरल हो गई । वायरल होने की वजह यही कि मुरली मनोहर जोशी ने इसमें पार्टी नेतृत्व पर उनकी अनदेखी करने की बात खुलकर लिखी है ।

New Delhi, Apr 14 : बीजेपी के वरिष्‍ठ नेताओं की टिकट कटने का मुद्दा विपक्ष ने खूब उछाला । आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन, सुषमा स्‍वराज सरीखे कई ऐसे दिग्‍गज नेता हैं जिन्‍हें इस बार पार्टी ने टिक नहीं दिया । कुछ नेता खुद ही माने गए, कुछ ने अपनी सहमति जताई तो कुछ नाराज भी हैं । इनमें मुरली मनोहर जोशी की नाराजगी सबसे ज्‍यादा चर्चा में रही । उन्‍होने बयान दिया था कि उनकी पार्टी चाहती है कि वो अब चुनाव ना लड़ें । बीते दिनों उनका कानूपुर वासियों को लिखा एक खत जमकर वायरल हुआ । अब एक और पत्र सुर्खियों में है ।

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आडवाणी को लिखी चिठ्ठी
सोशल मीडिया पर मुरली मनोहर जोशी की लिखी एक चिठ्ठी वायरल हो रही है । ये चिठ्ठी उन्‍होने लाल कृष्‍ण आडवाणी के नाम लिखी है । चिट्ठी लीक हुई तो सोशल मीडिया में वायरल हो गई । वायरल होने की वजह यही कि मुरली मनोहर जोशी ने इसमें पार्टी नेतृत्व पर उनकी अनदेखी करने की बात खुलकर लिखी है । उन्‍होने ये भी लिखा कि घर यानी पार्टी के लोगों ने ही उन्हें यानी आडवाणी और जोशी को अपमानित कर घर से निकाल दिया है । चिट्ठी में जो बातें लिखीं थी वो इसके वायरल होने के लिए काफी थीं । लेकिन क्‍या ये चिठ्टी सच थी ।

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वायरल चिठ्ठी का सच
शनिवार देर शाम मुरली मनोहर जोशी के दफ्तर से एक संदेश जारी कर बताया गया कि ये चिठ्ठी पूरी तरह से फेक है । ऐसी कोई भी चिठ्ठी उन्‍होने नहीं लिखी है । आपको बता दें इस चिट्ठी की जो कॉपी या कहें तस्‍वीर सोशल मीडिया में आई थी उस पर न्यूज एजेंसी एएनआई का लोगो लगा था। इसी कारण से लोगों की इसके प्रति विश्‍वसनीयता बनी और ये धड़ाधड़ वायरल हो गई । मामले में न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी ऐसी किसी भी चिट्ठी से इंकार किया है और इस वायरल लेटर को फर्जी बताया है ।

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विश्‍वसनीयता की जांच खुद करें
कहीं ना कहीं फर्जी चीजों को चायरल करने में आम लोगों को ही हाथ होता है । बिना विश्‍वसनीयता

की जांच किए हम इन्‍हें आगे बढ़ा देते हैं । जबकि अगर किसी शख्‍स ने भी इस लेटर को एक बार एएनआई के टि्वटर हेंडल पर चेक किया होता तो सच पहले ही सामने आ जाता । हालांकि सोशल मीडिया और टेक्‍नॉल्‍जी के इस जमाने में असली और फर्जी में भेद कर पाना मुश्किल है । ऊपर से इस लेटर में खिी बातें , जोशी और आडवाणी के समर्थकों को दिल से लग गईं । शायद इसी वजह से एक फर्जी चिठ्ठी देखते ही देखते वायरल हो गई ।